पुणे, 30 नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राजनीतिक नेताओं को मराठा समुदाय और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को एक दूसरे के खिलाफ नहीं खड़ा करना चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं महाराष्ट्र में मंत्री छगन भुजबल को हाल में अपनी इस टिप्पणी को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था कि मराठों को आरक्षण प्रदान करने के दौरान मौजूदा ओबीसी कोटा से छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए।
भुजबल के रुख के बारे में पूछे जाने पर राणे ने कहा, ‘‘किसी भी राजनीतिक नेता को ओबीसी के खिलाफ मराठों को खड़ा नहीं करना चाहिए।’’
पूर्व मुख्यमंत्री राणे ने कहा, ‘‘जब मैं (मराठा) आरक्षण पर एक समिति का नेतृत्व कर रहा था, मैंने 16 प्रतिशत आरक्षण की सिफारिश की थी। मैंने ओबीसी कोटा को नहीं छुआ था। मराठों को आरक्षण मिलना चाहिए क्योंकि समुदाय में गरीब लोग हैं।’’
राणे ने कहा, ‘‘मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जरांगे अभी युवा हैं और उन्हें इसका अध्ययन करना चाहिए कि किसी समुदाय को संविधान के तहत आरक्षण कैसे दिया जाता है।’’
उन्होंने कहा कि मराठा समुदाय ओबीसी से (ओबीसी श्रेणी में) कोटा नहीं लेगा।
भाषा सुभाष अविनाश
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