मुंबई, 12 सितंबर (भाषा) गणपति उत्सव को लेकर मुंबई का सबसे पुराना मंडल अपनी 132 साल की परंपरा को बनाए रखे हुए है।
गिरगांव में केशवजी नाइक चॉल गणपति मंडल की स्थापना 1893 में बाल गंगाधर तिलक ने की थी। बाल गंगाधर तिलक ने लोगों को एकजुट करने के लिए गणपति चतुर्थी के सार्वजनिक उत्सव मनाने का बीड़ा उठाया था।
मंडल के सचिव कुमार वालेकर ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘जब से बाल गंगाधर तिलक ने यह सार्वजनिक गणपति उत्सव शुरू किया है तब से हमारे लिए पूजा तथा दर्शन की परंपराएं और रीति रिवाज नहीं बदले हैं। 11 दिन के दौरान एक दिन महिलाओं के लिए होता है जो आरती सहित सभी कार्य करती हैं, जबकि एक दिन युवाओं के लिए है।’’
वालेकर ने कहा, ‘‘पिछले 132 वर्षों से हमारे पास दो फुट की पर्यावरण अनुकूल गणपति की मूर्ति है। बुधवार को भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी मुंबई में अमेरिकी महावाणिज्यदूत के साथ मंडल में पहुंचे थे।’’
केशवजी नाइक चॉल में अब इस उत्सव का आयोजन श्री सार्वजनिक गणेशोत्सव संस्था द्वारा किया जाता है। इस साल सात सितंबर से शुरू हुआ गणपति उत्सव 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर संपन्न होगा।
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खारी माधव
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