(फाइल फोटो के साथ)
(सुप्रिया सोगले)
मुंबई, नौ जनवरी (भाषा) फिल्म ‘इमरजेंसी’ में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रहीं कंगना रनौत का कहना है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री को बहुत मजबूत महिला मानती थीं, लेकिन गहन अध्ययन के बाद अब उनका मानना है कि वह ‘‘कमजोर’’ थीं और ‘‘उन्हें खुद पर यकीन नहीं’’ था।
हिमाचल प्रदेश के मंडी से पहली बार लोकसभा सदस्य कंगना अक्सर विवादास्पद बयानों के लिए सुर्खियों में रहती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि आज कोई भी निर्देशक उनके लायक नहीं है।
रनौत ने चर्चित फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज से पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए वीडियो साक्षात्कार में कहा, ‘मैं बहुत गर्व के साथ कह रही हूं कि आज फिल्म उद्योग में एक भी ऐसा निर्देशक नहीं है, जिसके साथ मैं काम करना चाहूं, क्योंकि उनमें वो बात ही नहीं है…कि मैं उनके साथ काम करने के लिए राजी हो सकूं।’’
रनौत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा 1975 में लगाए गए 21 महीने के आपातकाल को दर्शाने वाली फिल्म ‘‘इमरजेंसी’’ का निर्देशन और निर्माण किया है।
उन्होंने कहा कि उन्हें इंदिरा गांधी से समानुभूति रखती हैं और जब तक उन्होंने इस फिल्म पर काम शुरू नहीं किया था, तब तक वह उन्हें बहुत मजबूत मानती थीं।
रनौत ने कहा, ‘लेकिन जब मैंने अध्ययन किया तो मुझे समझ में आया कि वह इसके बिल्कुल विपरीत थीं। इससे मेरा यह विश्वास और मजबूत हुआ कि आप जितने कमजोर होते हैं, उतना ही अधिक नियंत्रण आप चाहते हैं। वह एक बहुत कमजोर व्यक्ति थीं। उन्हें खुद पर यकीन नहीं था और वह वास्तव में कमजोर थीं।”
उन्होंने कहा, ‘उनके आसपास बहुत सी बैसाखियां थीं और वह लगातार किसी न किसी तरह खुद को सही ठहराना चाहती थीं। वह कई लोगों पर बहुत अधिक निर्भर थीं, उनमें से एक संजय गांधी भी थे।”
अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी फिल्म में इंदिरा गांधी और आपातकाल के चित्रण को लेकर अपनी तरफ से कोई बदलाव नहीं किया।
रनौत ने यह भी कहा कि वह संसद में इंदिरा गांधी की पोती और सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा से मिलीं और फिल्म के बारे में बात की।
रनौत ने वायनाड से कांग्रेस सांसद वाद्रा के साथ अपनी संक्षिप्त बातचीत को याद करते हुए कहा, ‘मैं संसद में श्रीमती प्रियंका गांधी से मिली और उन्होंने मेरे काम और मेरे बालों की तारीफ की। तो मैंने कहा, ‘आप जानती हैं, मैंने एक फिल्म इमरजेंसी बनाई है। शायद आपको इसे देखना चाहिए। वह बोलीं, ‘ठीक है, शायद।”
इमरजेंसी फिल्म 17 जनवरी को रिलीज होगी। फिल्म महीनों पहले रिलीज होनी थी, लेकिन सेंसर प्रमाणपत्र और सिख समुदाय को गलत तरीके से दिखाने के आरोपों की वजह से रिलीज नहीं हो सकी। फिल्म मूल रूप से छह सितंबर 2024 को रिलीज होनी थी।
भाषा जोहेब नरेश
नरेश