जगन 28 सितंबर को तिरुमला मंदिर जाएंगे, मंदिरों में ‘क्षमा’ अनुष्ठान का आह्वान किया

जगन 28 सितंबर को तिरुमला मंदिर जाएंगे, मंदिरों में ‘क्षमा’ अनुष्ठान का आह्वान किया

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 10:31 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 10:31 PM IST

अमरावती, 25 सितंबर (भाषा) वाईएसआर कांग्रेस पार्टी प्रमुख वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी 28 सितंबर को तिरुमला पहाड़ी पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर जाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे। यह पार्टी द्वारा आयोजित राज्यव्यापी मंदिर अनुष्ठान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुपति लड्डू पर आरोप लगाकर कथित तौर पर किए गए ‘पाप’ का प्रायश्चित करना है।

पार्टी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रेड्डी के 27 सितंबर को तिरुमाला पहुंचने और वहां रात्रि विश्राम करने की उम्मीद है।

इसमें कहा गया, “वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी तिरुमला में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करेंगे। उनके शुक्रवार, 27 सितंबर की रात को तिरुमला पहुंचने की उम्मीद है और अगले दिन, 28 सितंबर को वे भगवान वेंकटेश्वर की पूजा-अर्चना करेंगे।”

रेड्डी ने लोगों से 28 सितंबर को आंध्र प्रदेश के मंदिरों में पूजा-अर्चना में भाग लेने का आह्वान किया ताकि तिरुपति के लड्डुओं पर आरोप लगाकर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू द्वारा कथित तौर पर किए गए पाप का प्रायश्चित किया जा सके।

पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “चंद्रबाबू द्वारा किए गए इस पाप को धोने के लिए वाईएसआरसीपी शनिवार 28 सितंबर को मंदिरों में राज्यव्यापी अनुष्ठानों का आह्वान कर रही है।”

रेड्डी की यह अपील ऐसे समय में आई है जब कुछ दिन पहले ही नायडू ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल की बैठक में आरोप लगाया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।

इन आरोपों ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विवाद को जन्म दे दिया।

विपक्षी नेता के अनुसार, नायडू ने आरोप लगाया कि तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु की चर्बी को ‘राजनीतिक मकसद’ से मिलाया गया था।

उन्होंने कहा, “हालांकि पशु चर्बी की मिलावट नहीं हुई थी, लेकिन उन्होंने जानबूझकर झूठ बोला कि ऐसा हुआ था और गलत प्रचार किया कि भक्तों ने उन्हें खाया था।”

इस बीच, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कथित अपवित्रता को लेकर देवता को प्रसन्न करने के लिए 11 दिनों का प्रायश्चित शुरू किया है।

रेड्डी की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा की राज्य इकाई ने मांग की कि वह पहाड़ी मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपनी आस्था घोषित करें।

आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की अध्यक्ष डी. पुरंदेश्वरी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हमें बताया गया है कि जगन मोहन रेड्डी इस महीने की 28 तारीख को तिरुमला जाने वाले हैं। तिरुमला में दशकों से अपनी आस्था प्रकट करने की प्रथा प्रचलित है। एपी राजस्व बंदोबस्ती-1 के सरकारी आदेश एमएस संख्या-311, नियम संख्या 16 के अनुसार, गैर हिंदुओं को आस्था फॉर्म में दर्शन से पहले वैकुंठम क्यू (एसआईसी) परिसर में एक घोषणा देनी होगी। यह टीटीडी के सामान्य विनियमन नियम 136 के अनुसार भी करना होता है।”

उन्होंने मांग की, “भाजपा मांग करती है कि जगन मोहन रेड्डी तिरुमला पर चढ़ाई शुरू करने से पहले ही अलीपीरी में गरुड़ प्रतिमा के समक्ष अपनी आस्था की घोषणा कर दें।”

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश