जगन मोहन रेड्डी ने आस्था स्पष्ट करने की मांग के बीच अपना तिरुमाला दौरा रद्द किया |

जगन मोहन रेड्डी ने आस्था स्पष्ट करने की मांग के बीच अपना तिरुमाला दौरा रद्द किया

जगन मोहन रेड्डी ने आस्था स्पष्ट करने की मांग के बीच अपना तिरुमाला दौरा रद्द किया

:   Modified Date:  September 27, 2024 / 06:06 PM IST, Published Date : September 27, 2024/6:06 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

अमरावती (आंध्र प्रदेश), 27 सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के विपक्षी दल युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने तिरुपति भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर का अपना निर्धारित दौरा रद्द कर दिया है। उनके निकटवर्ती सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

चर्चा का विषय बन चुके उनके इस दौरे की घोषणा उनकी पार्टी द्वारा आहूत राज्यव्यापी मंदिर प्रार्थना अनुष्ठान के तहत की गयी थी ताकि तिरुपति लड्डुओं के संबंध में आरोप लगाकर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कथित रूप से जो ‘‘पाप’’ किया, उसका प्रायश्चित किया जा सके।

रेड्डी के करीबी सूत्रों ने पुष्टि की कि पर्वतीय धर्मस्थल का उनका दौरा रद्द कर दिया गया है। हालांकि सूत्रों ने इस निर्णय के पीछे की वजह तत्काल नहीं बतायी।

रेड्डी आज ही तिरूमाला जाने वाले थे लेकिन उनके प्रस्थान होने से दो-तीन घंटे पहले इस दौरे को रद्द कर दिया गया।

रेड्डी का यह दौरा आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों की इस मांग के बीच रद्द किया गया है कि उन्हें मंदिर में प्रवेश से पहले अपनी आस्था स्पष्ट करनी चाहिए।

रेड्डी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में हर व्यक्ति उनका धर्म जानता है और वह मुख्यमंत्री बनने से पहले भी कई बार तिरुमाला मंदिर जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि वैसे तो वह घर के अंदर बाइबिल पढ़ते हैं लेकिन वह इस्लाम, हिंदुत्व एवं सिख धर्म का सम्मान करते हैं।

रेड्डी ने कहा कि टीवी चैनल दिखा रहे हैं कि उनके नेताओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने के लिए हजारों पुलिसकर्मियों को तिरुपति में तैनात किया गया है।

रेड्डी ने कहा, ‘‘100 दिनों के अपने शासन की विफलता से लोगों का ध्यान बांटने के लिए चंद्रबाबू नायडू ने लड्डू मुद्दा सामने लाया। लड्डू मुद्दे पर अपनी विफलता पर लीपापोती करने के लिए उन्होंने आस्था स्पष्ट करने का मुद्दा उछाल दिया। उन्होंने लड्डू की गुणवत्ता को लेकर लोगों के दिमाग में जानबूझकर संदेह के बीज बो दिये।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पांच साल तक भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को रेशमी वस्त्र अर्पित करने का अवसर मिला (जब मैं मुख्यमंत्री था)। मैं इसे समझ सकता हूं। यह (तिरुमाला यात्रा) मेरा पहला मौका नहीं है।’’

उन्होंने एक बार फिर कहा कि जिस घी को गुणवत्ता संबंधी मुद्दों के कारण टीटीडी द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था, उसका उपयोग कभी भी लड्डू प्रसादम बनाने में नहीं किया गया।

पिछले सप्ताह नायडू ने पिछले वाईएसआरसीपी शासनकाल में तिरुपति लड्डुओं में घटिया घी का इस्तेमाल करने और उसमें पशु चर्बी मिले होने का आरोप लगाया था।

भाषा

राजकुमार अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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