पुणे, नौ जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर पुलिस पुणे में अपराध पर लगाम लगाने में असमर्थ है, तो ‘‘कहीं न कहीं उसकी कमी’’ है जबकि उसे बुनियादी ढांचे संबंधी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर अकसर ‘कोयता’ गिरोहों के लिए चर्चा में रहता है, जो दरांती जैसे लंबे ब्लेड वाले हथियारों से लोगों को निशाना बनाते हैं। ऐसे कई हमलों की घटनाएं सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई हैं, जिससे आम नागरिकों में डर और परेशानी बढ़ गई है।
इन गिरोहों के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (जिनके अधीन गृह विभाग है) ने इन मामलों का गंभीरता से संज्ञान लिया है। इस क्षेत्र (पवार जिले के बारामती से विधायक हैं) का प्रतिनिधि होने के नाते, मैंने भी इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लिया है।’’
अजित पवार ने दावा किया कि सभी जानते हैं कि पुलिस के काम में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है।
राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘‘बुनियादी ढांचे, आवास, नए कार्यालय और मानव संसाधन के मामले में विभिन्न सुविधाएं दिए जाने के बावजूद अगर पुलिस इन अपराधों पर लगाम लगाने में असमर्थ है, तो इससे पता चलता है कि पुलिस बल में वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर कहीं न कहीं कोई कमी है। अगर वे स्थिति से निपटने में सक्षम नहीं हैं, तो उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए और हम अपराध को नियंत्रित करने के लिए बेहतर अधिकारी तैनात करेंगे।’’
भाषा शफीक नेत्रपाल
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