(कोमल पंचमटिया)
मुंबई, 24 अक्टूबर (भाषा) बॉलीवुड में 50 वर्ष पूरे कर चुकीं दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी का कहना है कि वह अब भी सोचती हैं कि उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।
आजमी (74) ‘पार’ जैसी गंभीर विषय पर आधारित फिल्मों में तो ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ जैसी हल्के फुल्के हास्य आधारित फिल्म में विविधतापूर्ण फिल्मों के लिए दर्शकों की प्रशंसा पा चुकी हैं। वह अब भी अभिनय का सफर जारी रखना चाहती हैं।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘जब मैंने 50 साल पहले काम शुरू किया था, तब मुझे अंदाजा भी नहीं था कि 50 साल बाद भी मैं काम कर पाऊंगी, इसलिए यह वाकई बहुत अच्छा लगता है। मुझे उम्मीद है कि मैं काम करती रहूंगी, क्योंकि अभिनय ही वह काम है, जिससे मुझे सबसे ज्यादा आनंद मिलता है।’
लगभग 150 फिल्मों में काम कर चुकीं आजमी ने कहा कि उन्होंने अभी शुरुआत ही की है।
उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा कहती हूं कि मेरा करियर सही समय पर सही जगह पर है। मैं बहुत भाग्यशाली रही हूं।’
आजमी छह बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाने वालीं एकमात्र अभिनेत्री हैं। उन्हें ‘अंकुर’, ‘अर्थ’, ‘भावना’, ‘खंडहर’, ‘पार’ और ‘गॉडमदर’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
भारत में समानांतर सिनेमा के क्षेत्र में अग्रणी रहने वालीं आजमी ने कई व्यावसायिक फिल्मों में भी मुख्य भूमिका निभाई है।
उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी काम किया है, जिनमें स्टीवन स्पीलबर्ग की ‘हेलो’, शेखर कपूर की ‘व्हाट्स लव गॉट्टा डू विद इट’, रॉबर्टो बेनिग्निस अभिनीत ‘सन ऑफ द पिंक पैंथर’ और मर्चेंट आइवरी की ‘इन कस्टडी’ शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘पिछले दो-तीन साल बहुत संतोषजनक रहे हैं… लेकिन मैं युवा निर्देशकों के साथ और मुख्यधारा के सिनेमा में भी काम करने में दिलचस्पी रखती हूं।”
भाषा जोहेब वैभव
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