आंध्र प्रदेश में सरकारी एवं निजी इंटरमीडिएट कॉलेज ने प्रभावशाली परिणाम दर्ज किये

आंध्र प्रदेश में सरकारी एवं निजी इंटरमीडिएट कॉलेज ने प्रभावशाली परिणाम दर्ज किये

आंध्र प्रदेश में सरकारी एवं निजी इंटरमीडिएट कॉलेज ने प्रभावशाली परिणाम दर्ज किये
Modified Date: April 15, 2025 / 02:04 pm IST
Published Date: April 15, 2025 2:04 pm IST

अमरावती, 15 अप्रैल (भाषा) आंध्र प्रदेश के मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश द्वारा शुरू की गई पहलों के चलते राज्य के सरकारी और निजी, दोनों इंटरमीडिएट कॉलेज ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए प्रभावशाली परिणाम दर्ज किए हैं। सरकार के करीबी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि सरकारी जूनियर कॉलेज ने पिछले 10 वर्षों में अपना सर्वश्रेष्ठ इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम दर्ज किया है, जो इस परिवर्तनकारी परिणाम को प्राप्त करने के लिए केंद्रीकृत मूल्यांकन, शिक्षक प्रदर्शन निगरानी प्रणाली और नियमित अभिभावक-शिक्षक बैठकों की शुरुआत से संभव हुआ है।

सूत्रों ने बताया कि सरकारी जूनियर कॉलेज में दूसरे वर्ष के छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत बढ़कर 69 प्रतिशत हो गया, जो एक दशक में सबसे अधिक है। सूत्रों ने बताया कि इसी तरह, 47 प्रतिशत छात्रों ने प्रथम वर्ष की इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण की, जो पिछले दशक का दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन है।

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सूत्रों ने बताया, ‘‘सार्वजनिक और निजी संस्थानों में समग्र सफलता दर भी समान रूप से उच्च रही, जिसमें प्रथम वर्ष के 70 प्रतिशत छात्र और द्वितीय वर्ष के 83 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए।’’

लोकेश द्वारा शुरू किए गए सुधारों में सर्वपल्ली राधाकृष्णन विद्यार्थी मित्र योजना के माध्यम से मुफ्त पाठ्यपुस्तकों और नोटबुक की पुनः शुरूआत और इंटरमीडिएट छात्रों के लिए डोक्का सीताम्मा मध्याह्न भोजन योजना शामिल है।

पांच वर्ष के अंतराल के बाद 217 प्रिंसिपल की पदोन्नति, अक्टूबर 2024 से केंद्रीकृत मूल्यांकन की शुरुआत की एक अन्य पहल है।

लोकेश ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘शिक्षा के मोर्चे पर सुधारों वाले इस साल का परिणाम अविश्वसनीय रूप से संतोषजनक रहा है। इस बेहतरीन परिणाम के लिए मैं सभी छात्रों को बधाई देता हूं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए आगे और सुधार शुरू करेंगे कि हमारे छात्र इस उपलब्धि को बरकरार रखें और अगले साल अपने प्रदर्शन में और सुधार करें।’’

इसके अलावा, लोकेश ने कहा कि वह पहले वर्ष में ही इतने प्रभावशाली प्रदर्शन से खुश हैं।

भाषा अमित नरेश

नरेश


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