पुणे/ठाणे, 29 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे में गणपति उत्सव के आखिरी दिन 30 घंटे से अधिक समय तक चले जुलूस में ‘सार्वजनिक’ मंडलों की 2,904 गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
राज्य के ठाणे जिले में 10 दिनों तक चले गणेशोत्सव के दौरान 35 हजार से ज्यादा गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
पालघर में विसर्जन जुलूस के दौरान संजय साने नामक एक व्यक्ति की वाद्ययंत्र बजाने के दौरान मृत्यु हो गयी।
एक अधिकारी ने बताया कि रात करीब पौने नौ बजे सामेलपाडा से जुलूस के गुजरने के दौरान नालासोपारा के इस निवासी को बेचैनी महसूस होने लगी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसे संभवत: दिल का दौरा पड़ा। उसे एक अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने कहा कि विभिन्न मंडलों के विसर्जन जुलूस बृहस्पतिवार को अनंत चतुर्दशी पर सुबह सवा 10 बजे शुरू हुए और शुक्रवार को शाम चार बजकर 40 मिनट पर समाप्त हुए, जो हाल के वर्षों में सबसे लंबा समय है।
एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणेश मंडल, भाऊ रंगारी गणेश मंडल और अखिल मंडई गणेश मंडल जैसे महत्वपूर्ण मंडलों से जुलूस जल्दी शुरू करने की अपील की थी।
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद कुल मिलाकर मूर्तियों के विसर्जन में देरी हुई।
पुणे में 3,865 गणपति मंडल हैं और बृहस्पतिवार को समाप्त हुए 10 दिवसीय उत्सव के दौरान घरों में 6,14,257 मूर्तियां स्थापित की गईं।
ठाणे में नगर निकाय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि गणेश उत्सव के दौरान शहर में 35,000 से अधिक मूर्तियों का विसर्जन किया गया, जिसमें अनंत चतुर्दशी के दौरान ही 6,109 मूर्तियां विसर्जित की गईं।
ठाणे नगर निगम आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तड़वी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि विसर्जित की गयी 35,414 मूर्तियों में 32,759 घरेलू मूर्तियां, 1,047 ‘सार्वजनिक’ मूर्तियां, 950 गौरी मूर्तियां और विभिन्न केंद्रों से प्राप्त 658 मूर्तियां भी शामिल हैं।
भाषा राजकुमार वैभव
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