पालघर में दो स्कूलों में छात्रों के लिए पौष्टिक नाश्ते में फफूंद, जीवित लार्वा पाए गए

पालघर में दो स्कूलों में छात्रों के लिए पौष्टिक नाश्ते में फफूंद, जीवित लार्वा पाए गए

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  • Publish Date - December 2, 2024 / 10:09 PM IST,
    Updated On - December 2, 2024 / 10:09 PM IST

मुंबई, दो दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के आदिवासी बहुल पालघर जिले में एक चौंकाने वाली घटना में जिला परिषद और राज्य सरकार से सहायता प्राप्त कम से कम दो स्कूलों के छात्रों को दिए जाने वाले पोषण संबंधी नाश्ते में कथित तौर पर फफूंद और जीवित लार्वा पाए गए।

पालघर के जिलाधिकारी गोविंद बोडके ने घटना की पुष्टि करते हुए सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नमूने एकत्र कर लिए गए हैं। उन्होंने प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।

मुख्य रूप से खानिवली के आनंद लक्ष्मण चंदावर विद्यालय और चिंचनी जिला परिषद स्कूल नंबर तीन से शिकायतें सामने आईं, जहां चिक्की (एक मीठा, पौष्टिक नाश्ता) दूषित मिला।

अभिभावकों ने दावा किया कि नाश्ता फफूंद और जीवित लार्वा से ढका हुआ था। एक बच्चे के अभिभावक ने कहा, ‘‘हमारे बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में है। हम उन्हें दिए जा रहे भोजन पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?’’

स्कूल शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करता है कि ये भोजन उस योजना का हिस्सा हों जिसका उद्देश्य वंचित छात्रों को पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराना, उनकी आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करना तथा स्कूल में उनकी उपस्थिति को प्रोत्साहित करना है।

एक अन्य अभिभावक ने दावा किया, ‘‘हमने बार-बार शिकायत की है, फिर भी प्रशासन हमारे बच्चों के प्रति लापरवाही बरत रहा है।’’

बोडके ने कहा कि यह सच है कि पालघर जिले के कुछ स्कूलों के छात्रों को दिए जाने वाले भोजन में फफूंद और लार्वा पाए गए थे। उन्होंने बताया, ‘‘जिला स्तर के शिक्षा अधिकारियों ने नमूने एकत्र कर विस्तृत रिपोर्ट के लिए प्रयोगशालाओं को भेज दिए हैं। हमें प्रयोगशाला द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने तक इंतजार करना होगा। रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।’’

भाषा आशीष अविनाश

अविनाश