जलगांव ट्रेन दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में चार नेपाल के नागरिक

जलगांव ट्रेन दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में चार नेपाल के नागरिक

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  • Publish Date - January 23, 2025 / 11:49 AM IST,
    Updated On - January 23, 2025 / 11:49 AM IST

(फाइल फोटो के साथ)

मुंबई, 23 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के जलगांव में ट्रेन दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में से चार की पहचान नेपाल के नागरिक के तौर पर हुई है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि दुर्घटना में मारे गए नेपाल के इन नागरिकों में एक लड़का और दो महिलाएं शामिल हैं।

महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में चेन खींचने की घटना के बाद कुछ यात्री ट्रेन से नीचे उतर गए। हालांकि पास की पटरी से गुजर रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 15 व्यक्ति घायल हो गए।

विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रेय कराले ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने अब तक 13 में से आठ शवों की पहचान कर ली है, जिनमें से दो की पहचान उनके आधार कार्ड से हुई है।’’

जलगांव जिला सूचना अधिकारी युवराज पाटिल ने बताया कि मरने वाले आठ लोगों में से चार नेपाल के निवासी थे।

अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार, दुर्घटना में मारे गए चार नेपाली नागरिकों की पहचान कमला नवीन भंडारी (43) (जो मुंबई के कोलाबा में रहती थीं), जवाकला भाटे (60) (जो ठाणे के भिवंडी में रहती थीं), लच्छीराम खटारू पासी (40) और इम्तियाज अली (11) के रूप में हुई है।

घायलों में से 10 का अभी इलाज किया जा रहा है, जिनमें नौ का पचोरा सिविल अस्पताल में और एक का जलगांव शहर के एक अस्पताल में इलाज हो रहा है। पाटिल ने बताया कि मामूली रूप से घायल अन्य लोगों को छुट्टी दे दी गई है।

एक अधिकारी ने बताया कि मध्य रेलवे कर्मियों की टीम ने बुधवार रात अस्पतालों का दौरा किया और नौ घायल यात्रियों को 2.70 लाख रुपये की अनुग्रह राशि वितरित की।

मध्य रेलवे के अधिकारियों ने पहले बताया था कि दुर्घटना उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पचोरा शहर के पास माहेजी और परधाडे स्टेशनों के बीच हुई, जब बुधवार शाम करीब चार बजकर 45 मिनट पर किसी ने ट्रेन की चेन खींच दी, जिसके बाद लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस रुक गई।

अधिकारियों के अनुसार, पुष्पक एक्सप्रेस में सवार कुछ यात्री आग लगने के डर से जल्दबाजी में बगल की पटरियों पर कूद गए और बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।

रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि कोच के अंदर किसी चिंगारी या आग के कारण यात्रियों ने अलार्म बजाया था।

स्विटजरलैंड के दावोस से एक वीडियो संदेश में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा, ‘‘ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों को गलती से लगा कि ट्रेन से धुआं निकल रहा है और वे कूद गए। दुर्भाग्य से, वे दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए।’’

मुख्यमंत्री ने हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।

रेलवे बोर्ड ने अलग से मृतकों के परिजनों को 1.5-1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायलों को पांच-पांच हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा