पुणे, 24 जनवरी (भाषा) राज्यसभा के पूर्व सदस्य संभाजीराजे छत्रपति ने शुक्रवार को कहा कि मराठा योद्धा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर बनी फिल्म ‘छावा’ में तथ्यों की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए रिलीज से पहले यह इतिहासकारों को दिखाई जानी चाहिए।
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज पूर्व सांसद की यह टिप्पणी कुछ वर्गों द्वारा फिल्म में अभिनेता विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना के नृत्य दृश्य पर आपत्ति जताए जाने के बीच आई है।
फिल्म में कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज और रश्मिका ने महारानी येसुबाई की भूमिका निभाई है।
इस सप्ताह की शुरुआत में रिलीज हुए फिल्म के ट्रेलर में एक दृश्य है, जिसमें कौशल और रश्मिका महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत से जुड़े पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र ‘लेजिम’ के साथ नृत्य करते नजर आ रहे हैं। संभाजीराजे छत्रपति ने कहा, “यह सराहनीय है कि फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन और उनके वीरतापूर्ण शासन को दर्शाती है। निर्देशक लक्ष्मण उटेकर और उनकी टीम ने मुझे फिल्म का ट्रेलर दिखाया। मैंने उनसे कहा कि मैं रिलीज से पहले पूरी फिल्म देखना चाहूंगा। मैंने उन्हें इतिहासकारों से संपर्क करने की भी पेशकश की, ताकि इस महत्वपूर्ण कहानी को दुनिया भर के दर्शकों के सामने प्रामाणिक रूप से प्रस्तुत करने के लिए त्रुटियों को दूर किया जा सके।”
उन्होंने कहा, “हालांकि, फिल्म निर्माताओं ने अब तक इतिहासकारों से संपर्क नहीं किया है। ‘लेजिम’ हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन इस बात पर चर्चा करना जरूरी है कि क्या इस तरह की सिनेमाई स्वतंत्रता लेना संभाजी महाराज की गरिमा और ऐतिहासिक चित्रण के साथ मेल खाता है। इतिहासकारों और विशेषज्ञों को इस चित्रण की उपयुक्तता पर विचार-विमर्श करना चाहिए।”
पूर्व सांसद ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों का चित्रण हमेशा सम्मानजनक और सटीक होना चाहिए।
इससे पहले, दिन में कुछ मराठा संगठनों ने फिल्म में नृत्य के दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए यहां ऐतिहासिक लाल महल में विरोध प्रदर्शन किया।
भाषा जितेंद्र दिलीप
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