मुंबई, 25 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने शनिवार को कहा कि मराठा योद्धा राजा छत्रपति संभाजी के जीवन पर आधारित विक्की कौशल अभिनीत फिल्म ‘‘छावा’’ रिलीज से पहले विशेषज्ञों को दिखाई जानी चाहिए।
सामंत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि फिल्म के निर्माता और निर्देशकों को इस संबंध में तत्काल कदम उठाने चाहिए और कुछ भी आपत्तिजनक पाए जाने पर उसे हटाना चाहिए।
सामंत ने पोस्ट में कहा, ‘‘यह खुशी की बात है कि धर्म और स्वतंत्रता के रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित एक हिंदी फिल्म बनाई जा रही है। दुनिया को छत्रपति के इतिहास को समझाने के लिए इस तरह के प्रयास आवश्यक हैं। हालांकि, कई लोगों ने अपनी राय व्यक्त की है कि इस फिल्म में कुछ आपत्तिजनक दृश्य हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि इस फिल्म को विशेषज्ञों और जानकार लोगों को दिखाए बिना रिलीज नहीं किया जाना चाहिए।’’
मंत्री ने चेतावनी दी कि छत्रपति संभाजी के सम्मान को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म के निर्माता और निर्देशक इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करें और आपत्तिजनक चीजें हटा दें। फिल्म देखने के बाद आगे का फैसला लिया जाएगा। अन्यथा यह फिल्म रिलीज नहीं होने दी जाएगी।”
इससे पहले शुक्रवार को पूर्व राज्यसभा सदस्य संभाजीराजे छत्रपति ने कहा था कि सटीकता सुनिश्चित करने के लिए फिल्म को रिलीज से पहले इतिहासकारों को दिखाया जाना चाहिए।
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज पूर्व सांसद ने यह टिप्पणी फिल्म में विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना द्वारा किए गए नृत्य दृश्य को लेकर कुछ वर्गों से विरोध के बीच की है। विक्की कौशल ने फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज और मंधाना ने महारानी येसुबाई की भूमिका निभाई है।
इस सप्ताह के शुरू में जारी फिल्म के ट्रेलर में एक दृश्य है जिसमें कौशल और मंदाना महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत से जुड़े पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र ‘लेजिम’ के साथ नृत्य करते नजर आ रहे हैं।
फिल्म 14 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
भाषा जोहेब धीरज
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