नागपुर, चार दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे देवेंद्र फडणवीस के स्कूल के दिनों को याद करते हुए उनकी एक शिक्षिका ने कहा कि वह (फडणवीस) एक ऐसे संवेदनशील, विनम्र और मददगार छात्र थे जिन्होंने कभी अपने परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि को लेकर ‘घमंड’ नहीं किया।
यहां सरस्वती विद्यालय में कक्षा आठ से 10वीं तक फडणवीस की शिक्षिका रहीं सावित्री सुब्रमण्यम ने कहा कि लंबे कद के छात्र होने की वजह से वह (फडणवीस) स्कूल में पीछे की ‘बेंच’ पर बैठते थे।
फडणवीस को बुधवार को सर्वसम्मति से महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, जिससे उनके तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया। मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल 2014 से 2019 के बीच पूरे पांच साल का था, जबकि दूसरा कार्यकाल नवंबर 2019 में लगभग 80 घंटे तक रहा।
छह बार के विधायक और नागपुर के सबसे युवा महापौर रहे फडणवीस ने अपनी स्कूली शिक्षा इसी शहर में पूरी की थी।
उनके स्वभाव को याद करते हुए सुब्रमण्यम ने कहा, ‘‘फडणवीस पढ़ाई में औसत थे, लेकिन उन्होंने अच्छी तरह से पढ़ाई की। वह बहुत विनम्र, हंसमुख और संवेदनशील छात्र थे।’’
उन्होंने बताया कि चूंकि फडणवीस लंबे छात्रों में से एक थे, इसलिए वह कक्षा में अन्य लंबे छात्रों के साथ पीछे की बेंच पर बैठते थे। शिक्षिका ने कहा कि फडणवीस बहुत संवेदनशील थे और अन्य जरूरतमंद छात्रों की मदद करते थे।
सुब्रमण्यम ने कहा, ‘‘उनकी कक्षा में एक पोलियोग्रस्त छात्र था, जिसे घूमने-फिरने में मदद की जरूरत थी। फडणवीस सहित पूरी कक्षा हमेशा उसकी मदद करती थी।’’
शिक्षिका ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि फडणवीस एक अच्छे वक्ता बनेंगे, क्योंकि वह स्कूल के दिनों में कभी मंच पर नहीं आए या मंच पर प्रस्तुति नहीं दी।
भाषा
शफीक पवनेश
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