मुंबई, एक सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने रविवार को कहा कि इस घटना से देश के उन लोगों के दिल को ठेस पहुंची है जो इस महान योद्धा से प्रेरणा लेते हैं।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए खेड़ा ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर इस घटना को लेकर झूठी खबरें फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘मुगल छत्रपति शिवाजी महाराज को तोड़ने में सफल नहीं हुए, लेकिन इस भ्रष्ट सरकार ने वो कर दिखाया है जो मुगल कभी नहीं कर पाए।’
दिवंगत प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा अपनी पुस्तक ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में शिवाजी महाराज का अपमान किए जाने के फडणवीस के दावे पर खेड़ा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता को झूठी कहानियां फैलाना बंद करना चाहिए।
खेड़ा ने कहा, ‘फडणवीस को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने किताब कब पढ़ी। नेहरू ने इसके पहले संस्करण को संशोधित किया था और 1936 में इतिहासकारों से आवश्यक सुधार के लिए सुझाव भेजने को कहा था। वह एक बौद्धिक दिग्गज थे और उन्होंने स्वीकार किया था कि पहला संस्करण उस समय लिखा गया था जब वह जेल में थे और संदर्भ सामग्री तक उनकी पहुंच नहीं थी।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस तरह भगवान राम सभी के हैं, वैसे ही छत्रपति शिवाजी महाराज पूरे देश के हैं।
खेड़ा ने कहा कि प्रसिद्ध कलाकार नानासाहेब कर्माकर को शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाने में सात साल लगे और नेहरू ने उनके काम के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।
घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माफी का ज़िक्र करते हुए खेड़ा ने कहा, ‘देश प्रधानमंत्री की अहंकारपूर्ण माफी को खारिज़ करता है। हम जानना चाहते हैं कि दोषियों के ख़िलाफ़ क्या कार्रवाई की गई है?’
मुंबई से करीब 480 किलोमीटर दूर मालवण तहसील के राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा योद्धा की प्रतिमा 26 अगस्त को ढह गई थी। इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार दिसंबर 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि शिवाजी महाराज द्वारा सूरत को लूटने का उल्लेख इतिहासकारों ने किया है, कांग्रेस पार्टी ने नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारे पास ऐसी सरकार है जो महाराष्ट्र को लूट रही है।’’
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