जालना, 27 जनवरी (भाषा) मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने कहा है कि उनकी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में कोई भी शामिल हो सकता है। जरांगे की भूख हड़ताल का सोमवार को तीसरा दिन है।
जरांगे की यह टिप्पणी महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे द्वारा एक दिन पहले दिए गए उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें अंतरवाली सारती गांव में भूख हड़ताल स्थल पर जाने में कोई समस्या नहीं है ‘‘बशर्ते वहां अनुकूल और मैत्रीपूर्ण माहौल हो।’’
मुंडे जालना जिले की प्रभारी मंत्री हैं, जो मराठों को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के तहत नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण दिलाने की मांग वाले आंदोलन का केंद्र है।
मुंडे के बयान के बारे में मीडिया द्वारा पूछे जाने पर जरांगे ने कहा, ‘‘मैं न तो जातिवादी हूं और न ही आतंकवादी। मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन है और यहां किसी का भी स्वागत है।’’
मुंडे ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा था, ‘‘ मैं जरांगे को संदेश देना चाहूंगी और अगर वह सकारात्मक जवाब देते हैं, तो मैं उनसे मिलने जाऊंगी। मैंने हमेशा संविधान के दायरे में रहकर किए जाने वाले विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया है। मैं उनके विरोध प्रदर्शन का सम्मान करती हूं और उनसे मिलने की इच्छा व्यक्त की है, बशर्ते विरोध स्थल पर अनुकूल और मैत्रीपूर्ण माहौल सुनिश्चित किया जाए।’’
भाषा
शोभना वैभव
वैभव
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)