ठाणे, 28 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुंबई की यात्रा के दौरान जुलाई के महीने में रास्ता भटकने के बाद जालना के 73 वर्षीय व्यक्ति को उनके परिजनों से फिर से मिला दिया गया।
बुजुर्ग भूलने की बीमारी और पक्षाघात से पीड़ित हैं।
संविता आश्रम के संस्थापक संदीप परब ने शनिवार को बताया कि 21 जुलाई को मुंबई से जालना के लिए रवाना होने के बाद वह रास्ता भटक गये थे, जिसके बाद उन्हें सिंधुदुर्ग के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
परब ने बताया, “ सिंधुदुर्ग में अस्पताल के अधिकारियों ने हमसे संपर्क किया, जिसके बाद हमारी टीम वहां पहुंची। बुजुर्ग की पहचान जालना के आष्टी के रहने वाले चांदखान पठान के रूप में हुई।”
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने जालना पुलिस के साथ-साथ वहां के जिलाधिकारी से भी संपर्क किया।
परब ने बताया कि आष्टी के पूर्व सरपंच अख्तर अब्दुल शेख ने पठान को उनके परिजनों से मिलाने में मदद की।
संविता आश्रम एक गैर सरकारी संगठन है जो बेसहारा लोगों की देखभाल करता है।
भाषा जितेंद्र माधव
माधव
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