पुणे, 27 सितंबर (भाषा) प्रसिद्ध अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय ने शुक्रवार को गोखले राजनीति एवं अर्थशास्त्र संस्थान (जीआईपीई) के कुलाधिपति पद से इस्तीफा दे दिया।
इससे एक दिन पहले बंबई उच्च न्यायालय ने कुलपति अजीत रानाडे को अंतरिम राहत प्रदान की थी जिन्हें पहले पद से हटा दिया गया था।
देबरॉय प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के अध्यक्ष भी हैं। उन्हें इस वर्ष जुलाई में जीआईपीई का कुलाधिपति नियुक्त किया गया था।
प्रख्यात अर्थशास्त्री रानाडे को संबोधित एक ईमेल में देबरॉय ने कहा कि वह तत्काल प्रभाव से अपने पद से हट रहे हैं।
‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ (एसएसआई) के सचिव मिलिंद देशमुख ने पुष्टि की कि देबरॉय ने संस्था के कुलाधिपति पद से इस्तीफा दे दिया है। जीआईपीई की स्थापना 1930 में की गई थी।
इस महीने की शुरुआत में देबरॉय द्वारा गठित एक तथ्यान्वेषी समिति ने पाया कि रानाडे की नियुक्ति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के मानदंडों का उल्लंघन है, जिसके बाद उन्हें जीआईपीई के कुलपति पद से हटा दिया गया था।
भाषा शोभना वैभव
वैभव
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