मुंबई, 28 नवंबर (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने बृहस्पतिवार को मांग की कि निर्वाचन आयोग (ईसीआई) विधानसभा चुनाव में 20 नवंबर की शाम मतदान खत्म हो जाने के बाद मतदान प्रतिशत में हुई सात प्रतिशत से अधिक की वृद्धि पर सफाई दे।
पटोले ने यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि मतदान प्रतिशत में ‘विसंगतियों’ से निर्वाचन आयोग के कामकाज पर प्रश्नचिह्न खड़ा होता है।
उन्होंने दावा किया कि शाम पांच बजे मतदान प्रतिशत 58.22 था, जिसमें रात साढ़े 11 बजे 7.83 प्रतिशत की वृद्धि हो गयी।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को इस ‘विसंगति’ पर सफाई देनी ही चाहिए, क्योंकि यह पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है।
पटोले ने कहा, ‘‘यह लोगों के मत की चोरी है। हम कानूनी रास्ता अपनायेंगे और लोगों को जागरूक करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे।’’
विधानसभा चुनाव में महा विकास आघाडी (एमवीए) की करारी हार के बाद उसके कई नेताओं ने निर्वाचन आयोग की मतदान प्रक्रिया पर संदेह प्रकट किया था।
पटोले ने कहा कि निर्वाचन आयोग को उन मतदान केंद्रों के फोटो प्रकाशित करने चाहिए जहां रात साढ़े 11 बजे तक मतदान चला।
निर्वाचन आयोग के अनुसार ईवीएम में डाले गये मतों के मुताबिक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का आखिरी मतदान प्रतिशत 66.05 प्रतिशत रहा, जो 2019 के मतदान प्रतिशत 61.1 प्रतिशत से अधिक है।
पटोले ने कहा कि मामला यह नहीं है कि कौन जीता या कौन हारा, बल्कि उनकी पार्टी लोकतंत्र को बचाना चाहती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा-नीत महायुति ने 288 में से 230 सीट जीती है। चुनाव परिणाम की घोषणा 23 नवंबर को की गयी थी।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में मिली करारी शिकस्त से उबरते हुए भाजपा ने 132 सीट जीती, जो महायुति के अलग-अलग घटक दलों द्वारा जीती गयी सीट में सबसे अधिक है।
कांग्रेस-नीत एमवीए को इस चुनाव में तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने महज 16 सीट जीती है और यह उसका सबसे खराब प्रदर्शन रहा है।
भाषा
राजकुमार सुरेश
सुरेश
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