धारावी पुनर्विकास परियोजना दुनिया का सबसे बड़ा भूमि घोटाला है: गायकवाड़

धारावी पुनर्विकास परियोजना दुनिया का सबसे बड़ा भूमि घोटाला है: गायकवाड़

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  • Publish Date - October 18, 2024 / 06:29 PM IST,
    Updated On - October 18, 2024 / 06:29 PM IST

(मनीषा रेगे)

मुंबई, 18 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने शुक्रवार को धारावी झुग्गी पुनर्विकास परियोजना को ‘‘दुनिया का सबसे बड़ा भूमि घोटाला’’ बताया और कहा कि राज्य में सत्ता में लौटने पर महा विकास आघाडी (एमवीए) इसे रद्द कर देगी।

गायकवाड़ ने कहा कि कांग्रेस और अविभाजित शिवसेना के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अतीत की बात हो गई है और अब उनकी पार्टी और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के बीच ‘‘मजबूत और सौहार्दपूर्ण’’ संबंध हैं।

विपक्षी गठबंधन एमवीए अरबों डॉलर की धारावी पुनर्विकास परियोजना में अनियमितताओं का आरोप लगा रहा है। अदाणी समूह इस परियोजना का क्रियान्वयन कर रहा है।

गायकवाड़ ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘धारावी पुनर्विकास परियोजना क्रियान्वित करने वाले अदाणी को 1,000 एकड़ जमीन क्यों दी जा रही है?’’

मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘निविदा में कहा गया है कि धारावी के बाहर सात लाख लोगों का पुनर्वास किया जाएगा। लेकिन धारावी पुनर्विकास एक ऐसी परियोजना है जिसके तहत प्रभावित लोगों का पुनर्वास वहीं होना चाहिए। लेकिन उनके खुद के निविदा दस्तावेज में कहा गया है कि सात लाख निवासियों को धारावी से बाहर स्थानांतरित किया जायेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह परियोजना दुनिया का सबसे बड़ा भूमि घोटाला है इसकी जांच होनी चाहिए।’’

देश की वित्तीय राजधानी के मध्य भाग में स्थित धारावी कई छोटे पैमाने के असंगठित उद्योगों का केंद्र है, जहां दवाइयां, चमड़ा, जूते, कपड़े आदि का निर्माण किया जाता है। इसे एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक माना जाता है।

कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच संबंधों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति में प्रतिद्वंद्विता कभी व्यक्तिगत नहीं होती।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे बीच वैचारिक मतभेद थे, लेकिन हम सामंजस्य के साथ काम करते रहे हैं – चाहे वह एमवीए सरकार के दौरान हो या बाद में कोविड-19 महामारी के दौरान। हमने लोकसभा चुनाव के दौरान एक-दूसरे की मदद की और लोगों ने हमें मजबूत जनादेश दिया। हमारे बीच गहरे संबंध हैं।’’

गायकवाड़ ने कहा, ‘‘हमें अधिकतम सीट मिलीं और हम मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट को अपनी हार नहीं मानते, जहां महायुति गठबंधन सिर्फ 45 वोट से जीता। सभी को पता है कि क्या हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) एक साथ मिलकर एक विफल राज्य सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं, जो पिछले पखवाड़े में मंत्रिमंडल में तेजी से फैसले लेने में लगी हुई है। मंत्रिमंडल की एक ही बैठक में 80 से अधिक फैसले लिए गए।’’

अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में गायकवाड़ ने कहा कि सीट-बंटवारे को लेकर हुई एमवीए की बातचीत के दौरान कुल विधानसभा सीट में से 75 से 80 प्रतिशत पर निर्णय ले लिया गया है।

पूर्व मंत्री ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि 22 अक्टूबर से पहले सीट-बंटवारे का फॉर्मूला घोषित कर दिया जाएगा। जीतने की क्षमता ही हमारा मानदंड है।’’

उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस एकजुट होकर मुंबई की जनता से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षाएं कई बार घोषित और रद्द की गईं। उन्होंने पूछा, ‘‘क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि युवाओं को किस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है?’’

गायकवाड़ ने कहा कि मुंबई की जनता चाहती है कि विश्वासघात की राजनीति बंद हो। उन्होंने कहा, ‘‘कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है, जबकि अधिकारी छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लेकर भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।’’

लोकसभा सदस्य ने कांग्रेस की मुंबई इकाई में गुटबाजी की अफवाहों को खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम साथ मिलकर काम करते हैं। मुंबई कांग्रेस द्वारा ‘न्याय यात्रा’ निकाली गई, जिसमें सभी नेताओं ने हिस्सा लिया।’’

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश