मुंबई, 26 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे ने बृहस्पतिवार को यहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता मुंडे ने मुख्यमंत्री से यह मुलाकात ऐसे समय की है जब बीड के सरपंच की हत्या मामले में विपक्ष उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग कर रहा है।
महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री मुंडे ने इस मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि उनके विभाग की लगभग उसी समय एक बैठक थी जब मुंबई के सहयाद्री गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री की एक बैठक थी। राकांपा नेता ने कहा, ‘‘इसलिए हमारी मुलाकात हुई।’’
मुंडे ने यह भी कहा कि वह पहले दिन से ही मांग कर रहे हैं कि सरपंच संतोष देशमुख के हत्यारों को ‘‘फांसी दी जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हत्यारे मेरे सहित किसी के भी करीबी हों, फिर भी मैंने कहा है कि आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए। इसके बावजूद, अगर मुझे निशाना बनाया जा रहा है, तो कोई भी समझ सकता है कि यह किस तरह की राजनीति है।’’
बीड जिले से ताल्लुक रखने वाले मुंडे ने दावा किया, ‘‘मेरे खिलाफ ‘मीडिया ट्रायल’ का क्या उद्देश्य हो सकता है… मुझे राजनीतिक रूप से खत्म करना।’’
गृह विभाग संभाल रहे फडणवीस ने सरपंच की कथित हत्या की न्यायिक जांच की घोषणा की है।
बीड के मासाजोग गांव के सरपंच और जिले के एक लोकप्रिय जमीनी नेता संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को दोपहर में अपहरण कर लिया गया था। कुछ घंटे बाद, उनका शव मिला था, जिस पर अत्यधिक यातना दिये जाने के निशान थे। सरपंच की हत्या कथित तौर पर उनके गांव के पास एक पवन ऊर्जा संयंत्र में जबरन वसूली के प्रयास में हस्तक्षेप करने के कारण हुई थी।
पुलिस ने मामले के सिलसिले में कुछ गिरफ्तारियां की हैं। देशमुख की नृशंस हत्या को लेकर राज्य में राजनीतिक और सामाजिक हंगामा मचा हुआ है।
इस घटना ने जिले में कानून और व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताओं को रेखांकित किया है तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेश धास ने इसकी तुलना अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में व्याप्त स्थिति से की है।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को बीड सरपंच हत्या मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए मुंडे को राज्य मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की।
पुलिस के अनुसार, सरपंच हत्या मामले के एक आरोपी विष्णु चाते ने बीड जिले में पवन चक्की लगाने वाली एक ऊर्जा कंपनी से कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये की मांग की थी और मांग पूरी न होने पर कंपनी का संचालन बंद करने की धमकी दी थी। पुलिस के अनुसार देशमुख ने हस्तक्षेप करने और जबरन वसूली रोकने की कोशिश की थी, जिसके कारण उन्हें उनकी कार से अगवा कर लिया गया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने सरपंच को कथित तौर पर प्रताड़ित किया और मार डाला, जिसके बाद चाते सहित सात लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि हत्या का मास्टरमाइंड वाल्मिक कराड है। उन्होंने दावा किया कि कराड धनंजय मुंडे का करीबी सहयोगी है।
कराड को हत्या मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने मंगलवार को दावा किया कि मुंडे और कराड के बीच वित्तीय संबंधों के “ठोस सबूत” हैं।
भाषा अमित मनीषा
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