मुंबई, 28 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद मचे सियासी बवाल के बीच राज्य के मंत्री धनंजय मुंडे ने मंगलवार को कहा कि उनपर झूठे आरोप लगाने वालों को उनके बच्चों की भावनात्मक स्थिति के बारे में सोचना चाहिए। विपक्ष मुंडे को राज्य मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग कर रहा है।
पिछले महीने मासाजोग के सरपंच देशमुख की हत्या से जुड़े जबरन वसूली के मामले में मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को गिरफ्तार किया गया था।
मुंडे ने संवाददाताओं से कहा, “जब किसी व्यक्ति पर झूठे आरोप लगते हैं, तो कल्पना कीजिए कि उसके स्कूल जाने वाले बच्चों पर क्या बीतती होगी? उनके सहपाठी उन्हें क्या बोलते होंगे?”
हालांकि, मुंडे के इस्तीफे की मांग और आरोप लगातार जारी हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेश धस ने मंगलवार को कहा कि मुंडे के इस्तीफे की बढ़ती मांग पर फैसला उपमुख्यमंत्री अजित पवार को लेना चाहिए न कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को।
धस ने कहा कि उन्होंने कभी मुंडे के इस्तीफे की मांग नहीं की।
धस ने संवाददाताओं से कहा, “मुंडे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से हैं और उनके इस्तीफे पर फैसला केवल अजित पवार ही कर सकते हैं, फडणवीस नहीं।”
उन्होंने कहा कि बीड जिले से राकांपा विधायक प्रकाश सोलंके ने मुंडे के इस्तीफे की मांग की है।
भाजपा नेता ने कहा, “लोग विरोध रैलियां निकाल रहे हैं। राकांपा में मुंडे के सहयोगी उन्हें हटाना चाहते हैं, इसलिए यह फैसला अजित पवार को करना है।”
भाषा जितेंद्र वैभव
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