नई दिल्ली: Devendra Fadnavis on Maratha Reservation अगामी दिनों महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने को है। चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई है। वहीं दूसरी ओर अब राजनीतिक बयानबाजी आना शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर अब मराठा आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। इसी बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे के अरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यह दावा करते हैं कि ‘‘मैं मराठा समुदाय को आरक्षण देने की प्रक्रिया में बाधा डाल रहा हूं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.’’
Devendra Fadnavis on Maratha Reservation महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मुख्यमंत्री के पास सारे अधिकार होते हैं। कोई भी मंत्री मुख्यमंत्री से बड़ा नहीं होता। सीएम और मैं मिलकर काम करते हैं। मैं पूरी ताकत से उनके साथ खड़ा हूं और जहां तक इन आरोपों का सवाल है, मैं जरांगे पाटिल से कहूंगा कि वे यह सवाल मुख्यमंत्री से पूछें। अगर मुख्यमंत्री कहते हैं कि मैंने मराठा समुदाय के लिए लिए जाने वाले फैसले में बाधा डाली, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति से भी संन्यास की घोषणा कर दूंगा।” उनके इस बयान से हड़कंप मच गया है। इसके बाद खुद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी है।
#WATCH | Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis says, “The Chief Minister has all the rights. No minister is bigger than the Chief Minister. The CM & I work together. I stand with him with all my strength and as far as these allegations are concerned, I will ask Jarange Patil to… pic.twitter.com/esqtNiIh1q
— ANI (@ANI) August 20, 2024
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के राजनीति से सीधे संन्यास लेने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी। मराठा आरक्षण पर फडणवीस का बयान सच है। आरक्षण पर बात करने के लिए हम तीनों एक साथ बैठे। हर बैठक में देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे। उन्होंने मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाने में अहम भूमिका निभाई। विपक्षी दलों ने विरोध जताया। उन्हें सहयोग करना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस ने कभी भी मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का विरोध नहीं किया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया कि इस आरोप में कोई सच्चाई नहीं है।