पुणे, 18 जनवरी (भाषा) कर्ज देने वालों के ‘उत्पीड़न’ से तंग आकर एक व्यक्ति ने भारी मात्रा में नींद की दवा देकर पत्नी और बेटे की कथित तौर पर जान ले ली और इसके बाद खुद आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुणे शहर के निकट चिखली निवासी वैभव हांडे का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मौतों के सिलसिले में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनकी पहचान संतोष कदम, सुरेखा कदम, संतोष पवार और जावेद खान के रूप में हुई है।
वैभव ने अपनी शिकायत में कहा कि उसने अपनी पत्नी शुभांगी हांडे (36) और नौ वर्षीय बेटे धनराज को सुबह नींद की कई गोलियां दीं, जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद वैभव ने अपने फ्लैट में पंखे से लटककर खुदकुशी करने की कोशिश की।
शुक्रवार की रात वैभव ने अपने 14 वर्षीय बेटे के मोबाइल फोन पर एक नोट भेजा था जिसमें उसने अपनी इस योजना की जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि सुबह मैसेज पढ़कर किशोर घबरा गया और अपने परिवार के बारे में जानने के लिए पड़ोसियों को फोन किया। इसके बाद पड़ोसियों ने जब कई बार (उसके घर का) दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने पुलिस को फोन किया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने फ्लैट में प्रवेश किया और वैभव को जीवित पाया। इसके बाद उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया।
वैभव की शिकायत के हवाले से अधिकारी ने बताया, ‘शिकायतकर्ता ने आरोपी संतोष कदम और सुरेखा से 10 प्रतिशत मासिक ब्याज दर पर क्रमश: छह लाख रुपये और दो लाख रुपये उधार लिए थे। उसने जावेद खान से भी ऊंची ब्याज दर पर चार लाख रुपये लिए थे।’
अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसने मूलधन और अतिरिक्त नौ लाख रुपये कर्ज प्रदाताओं को चुका दिए थे, लेकिन वे उसे और अधिक भुगतान के लिए परेशान कर रहे थे।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
भाषा
शुभम पवनेश
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