कांग्रेस नेता पटोले ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र, महाराष्ट्र के डीजीपी को हटाने की मांग की |

कांग्रेस नेता पटोले ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र, महाराष्ट्र के डीजीपी को हटाने की मांग की

कांग्रेस नेता पटोले ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र, महाराष्ट्र के डीजीपी को हटाने की मांग की

:   Modified Date:  September 27, 2024 / 09:34 PM IST, Published Date : September 27, 2024/9:34 pm IST

मुंबई, 27 सितंबर (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर राज्य की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की।

पटोले ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए यह कदम जरूरी है।

कांग्रेस नेता ने 24 सितंबर को निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि राज्य की शिवसेना- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की महायुति सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)की 1988 बैच की अधिकारी को गैर कानूनी तरीके से शीर्ष पद के लिए सेवा विस्तार दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह मामला रश्मि शुक्ला को अवैध सेवा विस्तार और शक्ति के दुरुपयोग से संबंधित है, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद के साथ-साथ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की प्रभारी महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रही हैं।’’

पटोले ने रेखांकित किया, ‘‘रश्मि शुक्ला सेवानिवृत्ति की आयु पूरी होने के बाद 30 जून 2024 को सेवानिवृत्त होने वाली थीं। हालांकि, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम का प्रत्यक्ष उल्लंघन करते हुए उन्हें अवैध रूप से जनवरी 2026 तक सेवा विस्तार दिया गया है। आदेश में कहा गया कि डीजीपी का विस्तारित कार्यकाल दो साल या उनकी सेवानिवृत्ति तक होगा।’’

शुक्ला को जनवरी 2024 में महाराष्ट्र का पुलिस प्रमुख बनाया गया था।

कांग्रेस विधायक ने पत्र में आरोप लगाया कि इस गैरकानूनी सेवा विस्तार के अलावा, शुक्ला का ‘अवैध गतिविधियों’ में शामिल होने का इतिहास है, जो उनकी निष्पक्षता और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों को निभाने की क्षमता के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा करता है।

उन्होंने दावा किया कि शीर्ष आईपीएस अधिकारी विपक्षी नेताओं के फोन की अवैध टैपिंग में शामिल रही हैं और इस प्रक्रिया में सक्षम अधिकारियों को गुमराह किया है।

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन महाराष्ट्र में सरकार बदलने के बाद भाजपा के सत्ता में आने (जून 2022 में शिवसेना के साथ गठबंधन) के उपरांत उन मामलों में कार्रवाई रोक दी गई।

पटोले ने आरोप लगाया, ‘‘डीजीपी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विपक्षी नेताओं को परेशान करने और धमकाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। अक्सर झूठी पूछताछ की और उनके खिलाफ निराधार मामले दर्ज किए। उन्होंने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी भूमिका की ईमानदारी और गैर-पक्षपाती प्रकृति से समझौता करते हुए भाजपा के लिए एक राजनीतिक प्रचारक के रूप में काम किया है।’’

उन्होंने कहा कि शुक्ला को पुलिस महानिदेशक और एसीबी डीजी के रूप में हटाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा करने और नवंबर में होने वाले चुनावों को निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से कराने के लिए महत्वपूर्ण है।

इस बीच, पटोले ने ‘पीटीआई वीडियोज’ को दिए एक साक्षात्कार में दावा किया कि 23 सितंबर को बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की विवादास्पद पुलिस मुठभेड़ के पीछे भी शुक्ला का हाथ है।

मुंबई में कांग्रेस की संभावनाओं के सवाल पर पटोले ने कहा कि महानगर की 36 विधानसभा सीट में से 15 से 16 सीट पर कांग्रेस का मजबूत मतदाता आधार है।

भाषा धीरज दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers