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मुंबई, सात नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने बृहस्पतिवार को कहा कि संविधान को लेकर कांग्रेस का ‘‘दुष्प्रचार अभियान’’ विफल हो गया है।
उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान किए गए विपक्षी पार्टी के इस दावे का जिक्र किया कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के आम चुनाव जीतती है तो वह संविधान बदल देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह अभियान अब विफल हो गया है और लोगों को सच्चाई पता है।
रीजीजू ने बुधवार को नागपुर में दीक्षाभूमि की कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा को लेकर उन पर निशाना साधा। इसी स्थान पर संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 68 साल पहले बौद्ध धर्म अपनाया था।
उन्होंने ऐतिहासिक राजनीतिक घटनाओं और मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में ‘‘इस्तेमाल करने’’ के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा।
राहुल गांधी के संविधान के प्रति सम्मान पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस को पहले यह जवाब देना चाहिए कि उसने संविधान और दिवंगत डॉ. आंबेडकर का अपमान क्यों किया। कांग्रेस ने तो डॉ. आंबेडकर की हार भी सुनिश्चित की थी।’’
उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू शुरू में डॉ. आंबेडकर को अपने मंत्रिमंडल में नहीं चाहते थे, हालांकि दलितों के इस प्रतीक को अंततः शामिल किया गया और कानून मंत्री बनाया गया।
रीजीजू ने आंबेडकर के इस्तीफे का भी जिक्र किया और इसे उनका अपमान बताया।
पूर्व कानून मंत्री ने आपातकाल (1975-77) के दौरान पारित 42वें संशोधन का हवाला देते हुए कहा कि यह संवैधानिक ढांचे में महत्वपूर्ण बदलावों की शुरुआत थी।
रीजीजू ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘1975 में संविधान पर हमला किया गया और लोकतंत्र की हत्या की गई।’’
उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा संविधान की प्रतियां हाथों में लेने को ‘‘नौटंकी’’ बताया और दावा किया कि पुस्तक के पन्ने कोरे थे। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने मुझे बताया कि कांग्रेस पार्टी ने लोगों को जो पुस्तकें (संविधान की प्रतियों के रूप में) वितरित कीं, उनका कवर लाल था, लेकिन पन्ने कोरे थे।’’
भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बुनियादी ढांचे के विकास की गति की प्रशंसा की और राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के निर्माण पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने, जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे, नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेसवे का निर्माण किया था। उन्होंने इसकी तुलना तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों द्वारा अपने वादों को पूरा करने में विफलता से की।
उन्होंने दावा किया, ‘‘एक महीने के भीतर ही लोग इन राज्यों में दी गई गारंटियों से असंतुष्ट हो गए।’’
रीजीजू ने कांग्रेस पर मुसलमानों का इस्तेमाल वोट बैंक के रूप में करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस ने मुसलमानों को मूर्ख बनाया। वे अभी भी गरीब हैं और उनके लिए कोई बड़ा काम नहीं किया गया। इसका असर मुस्लिम समुदाय और पूरे देश पर पड़ा।’’
भाषा देवेंद्र मनीषा
मनीषा