गांधीवादी मूल्यों के हवाले से कांग्रेस और राकांपा (एसपी) ने सरकार पर निशाना साधा |

गांधीवादी मूल्यों के हवाले से कांग्रेस और राकांपा (एसपी) ने सरकार पर निशाना साधा

गांधीवादी मूल्यों के हवाले से कांग्रेस और राकांपा (एसपी) ने सरकार पर निशाना साधा

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Modified Date: October 2, 2024 / 08:36 PM IST
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Published Date: October 2, 2024 8:36 pm IST

मुंबई, दो अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और राकांपा(एसपी) ने बुधवार को महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में मुंबई में ‘लॉन्ग मार्च’ का आयोजन कर केंद्र और महायुति सरकार की नीतियों पर निशाना साधा।

इसपर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने व्यंग्यात्मक लहजे में विपक्ष से कहा कि वे कांग्रेस को भंग करने की महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा करें, क्योंकि इसकी उपयोगिता समाप्त हो चुकी है।

राकांपा (एसपी) नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र पार्टी प्रमुख जयंत पाटिल के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने मंत्रालय के पास गांधी प्रतिमा से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा तक मार्च निकाला और बाद में दक्षिण मुंबई के हुतात्मा चौक तक पैदल मार्च किया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने महायुति सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया, जिसमें विधानसभा चुनाव से पहले राज्य से उद्योगों के स्थानांतरण और कानून-व्यवस्था के ‘ध्वस्त’ होने पर प्रकाश डाला गया।

मुंबई कांग्रेस के नेताओं ने शहर इकाई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ के नेतृत्व में दक्षिण मुंबई के कोलाबा क्षेत्र में महात्मा गांधी की प्रतिमा से लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा तक पैदल मार्च किया।

अखिल भारतीय कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि जो लोग धर्म की राजनीति में लिप्त हैं उन्हें सामाजिक सद्भाव और भाईचारे की आवश्यकता पर गांधी जी के विचारों को पढ़ना चाहिए।

चेन्निथला के साथ मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़, राज्य पार्टी प्रमुख नाना पटोले और अन्य नेता भी मणि भवन पहुंचे। यह भवन 1917 से 1934 के बीच 17 वर्षों तक महात्मा गांधी का मुंबई में केंद्र रहा था।

चेन्निथला ने संवाददाताओं से कहा, “हर कोई गांधीजी का सम्मान करता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सोचना चाहिए कि क्या उनके कार्यकाल के दौरान गांधीजी के आदर्शों का पालन किया गया है या नहीं।”

उन्होंने कहा कि केवल गांधीवादी सिद्धांत ही दुनिया को बचा सकते हैं।

चेन्निथला ने कहा, “ईरान और इजराइल के बीच आज जो कुछ हो रहा है, उसकी चर्चा दुनिया भर में हो रही है। ऐसे समय में गांधी के आदर्श और अहिंसा का मार्ग बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को गांधी के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए।”

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अक्सर महात्मा गांधी का नाम लेते हैं लेकिन उनके अहिंसा के मार्ग पर नहीं चलते।

कांग्रेस ने कहा, “मोदी जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं जो भारत के हित में नहीं है। मोदी को गांधीजी के आदर्शों को अपनाना चाहिए जो देश के विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं।”

उन्होंने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर आरोप लगाया कि वह विधानसभा चुनाव नजदीक आने के कारण जल्दबाजी में ऐसे फैसले ले रही है, जिनका क्रियान्वयन करना मुश्किल है।

चेन्निथला ने कहा कि लोग राज्य सरकार की वोटों के लिए हताशा देख रहे हैं।

पटोले ने सीट बंटवारे को लेकर विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) में मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया। इसमें राकांपा (एसपी), शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस शामिल हैं।

उन्होंने शिवसेना, भाजपा और राकांपा के महायुति गठबंधन को अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की चुनौती दी। राज्य में नवंबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।

पटोले ने आरोप लगाया, “भाजपा सरकार ने पिछले दस वर्षों में भ्रष्टाचार के मामले में कीर्तिमान स्थापित किए हैं और महाराष्ट्र को लूटा है। कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है, किसान फसल नुकसान के मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं जबकि महंगाई आसमान छू रही है।”

उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने लड़ाई से पहले ही हार मान ली है। पटोले ने कहा, “लोग चुनाव में शिवाजी महाराज विरोधी, महाराष्ट्र विरोधी सरकार को सत्ता से हटा देंगे और एमवीए को सत्ता में लाएंगे।”

राकांपा (एसपी) के जंयत पाटिल ने पत्रकारों से कहा, “ हम पूरे राज्य में ‘हक मांगता महाराष्ट्र’ अभियान शुरू कर रहे हैं। हम महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ आरोपपत्र बनाने के लिए एकजुट हैं।”

भाषा नोमान माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)