उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने जताया शोक

उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने जताया शोक

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  • Publish Date - October 10, 2024 / 11:24 AM IST,
    Updated On - October 10, 2024 / 11:24 AM IST

मुंबई, 10 अक्टूबर (भाषा) टाटा समूह के मानद अध्यक्ष एवं दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पंजाब, झारखंड, ओडिशा समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शोक जताया।

‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित 86 वर्षीय टाटा का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार को रात साढ़े 11 बजे निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।

महाराष्ट्र सरकार ने उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए बृहस्पतिवार को राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र में सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्र ध्वज 10 अक्टूबर को शोक के प्रतीक के रूप में आधा झुका रहेगा।

शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि न केवल भारत ने बल्कि समूची मानवता ने एक दयालु नेता खो दिया है और ऐसे व्यक्तित्व वाले व्यक्ति दुर्लभ ही होते हैं।

ठाकरे ने कहा, ‘‘रतन टाटा सर एक व्यवसायी थे, जिन्होंने परोपकार में भी उत्कृष्टता हासिल की। उनकी सौम्यता और शालीनता अद्भुद थी।’’

महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि टाटा के निधन से देश ने एक सच्चा देशभक्त खो दिया है। दानवे ने कहा, ‘‘टाटा समूह को शिखर पर पहुंचाने वाले रतन टाटा एक ऐसे व्यक्ति थे जो अपने आस-पास के हर प्राणी की परवाह करते थे।’’

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें उद्योगजगत का रत्न और सच्चे अर्थ में मानवतावादी बताया।

नायडू ने बुधवार रात को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आज हमने न केवल एक दिग्गज कारोबारी को खो दिया है, बल्कि एक सच्चे मानवतावादी को भी खो दिया है, जिनकी विरासत औद्योगिक परिदृश्य से आगे बढ़कर हर उस व्यक्ति के दिल में बसी है जिसे उन्होंने छुआ था।’’

उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी दिग्गज उद्योगपति के निधन पर दुख जताया और कहा कि टाटा का नाम हमेशा इतिहास में अमर रहेगा। ‘‘उनका व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करेगा।’’

‘एक्स’ पर एक पोस्ट में युवजन रायथु (वाईएसआर) कांग्रेस पार्टी के प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह एक सच्चे दूरदर्शी थे जिनकी दयालुता, ईमानदारी और नेतृत्व हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।

आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने अपने ‘एक्स’ पेज पर कहा कि रतन टाटा एक अरबपति थे जो एक अरब से कहीं अधिक लोगों के दिलों में बसते थे। ‘‘उनकी कमी बेहद महसूस होगी।’’

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक जताया और उन्हें भारत के महान उद्योगपतियों में से एक बताया।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘एक दूरदर्शी नेता, मानवतावादी और भारत के उद्योग जगत में एक महान व्यक्ति श्री टाटा का जीवन विनम्रता और सफलता की एक असाधारण यात्रा थी। विवादों से कोसों दूर रहे टाटा की सोच अतुलनीय थी। ’’

तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि, मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और अन्य नेताओं ने टाटा संस के मानद अध्यक्ष रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है।

राज्यपाल रवि ने कहा कि ‘‘उनका जाना एक बहुत बड़ी राष्ट्रीय क्षति है।’’ उन्होंने टाटा के निकटवर्तियों और प्रियजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की।

राज्यपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उनकी आत्मा को शांति मिले। ओम शांति।’’

मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने टाटा को भारतीय उद्योग जगत का सच्चा रत्न और विनम्रता एवं करुणा का प्रतीक बताया।

स्टालिन ने कहा, ‘‘उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल टाटा समूह को आकार दिया, बल्कि नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं के लिए एक वैश्विक मानदंड भी स्थापित किया। राष्ट्र निर्माण, नवाचार और परोपकार के प्रति उनके अथक समर्पण ने लाखों लोगों के जीवन पर अमिट छाप छोड़ी है।’’

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने टाटा के निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘‘भारत की प्रगति और परोपकार में उनका (रतन टाटा का) योगदान अतुलनीय है। करुणा, विनम्रता और राष्ट्र निर्माण की उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।’’

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित अन्य नेताओं ने प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

राजभवन के बयान के अनुसार, राज्यपाल बागडे ने देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। बागडे ने अपने शोक संदेश में कहा कि उनका निधन अपूरणीय क्षति है।

राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीयता से जुड़े रतन टाटा ने भारतीय उद्योग जगत में अपनी मौलिक दृष्टि से देश को वैश्विक पहचान दी। उन्होंने टाटा के औद्योगिक और सामाजिक सरोकारों को स्मरण करते हुए कहा कि वह दूर दृष्टि वाले, उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले लोकप्रिय उद्यमी थे।

मुख्यमंत्री शर्मा ने शोक संदेश में कहा कि रतन टाटा का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘टाटा का योगदान केवल व्यावसायिक क्षेत्र तक ही सीमित नहीं था। उन्होंने समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने न केवल वैश्विक स्तर पर भारत का नाम रोशन किया, बल्कि देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वसुंधरा राजे सहित राज्य के अन्य नेताओं ने भी टाटा के निधन पर शोक जताया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘टाटा संस के मानद अध्यक्ष के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन भारतीय उद्योग के अग्रणी नेता और लोक-हित में काम करने वाले परोपकारी व्यक्ति थे। उनका निधन भारतीय व्यापार जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

वर्ष 2008 में टाटा समूह ने भूमि अधिग्रहण विवाद के कारण पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में सिंगूर से अपनी नैनो फैक्टरी को हटाने का फैसला किया था।

उस वक्त विपक्ष में रही बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने परियोजना के लिए किसानों से जबरन जमीन अधिग्रहण करने का आरोप लगाते हुए कंपनी का विरोध किया था और सत्तारूढ़ वाम मोर्चे की सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाया था।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि टाटा के निधन की खबर सुनकर वह स्तब्ध हैं।

उन्होंने लिखा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा…। भगवान मरंग बुरु रतन टाटाजी की आत्मा को शांति प्रदान करें। वह सही मायने में अनमोल रतन थे।’’

सोरेन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “झारखंड जैसे पिछड़े राज्य को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने वाले टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन और पद्म विभूषण रतन टाटा जी के निधन पर एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है।”

टाटा स्टील ने झारखंड के जमशेदपुर में देश का पहला औद्योगिक शहर विकसित किया था, जो पहले अविभाजित बिहार का हिस्सा था।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टाटा के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि टाटा ने अपनी दूरदर्शिता और सादगी से भरे जीवन से सभी को प्रेरित किया।

कुमार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘रतन टाटाजी के निधन की खबर से दुखी हूं… प्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष, पद्म विभूषण रतन टाटाजी के निधन की खबर बहुत दुखद है। उन्होंने अपनी दूरदर्शिता और सादगी से भरे जीवन से सभी को प्रेरित किया। उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था में सराहनीय योगदान दिया। रतन टाटाजी के निधन से उद्योग जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’’

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपने शोक संदेश में टाटा को एक दिग्गज उद्योगपति और सच्चा राष्ट्रवादी बताया।

माझी ने कहा, ‘‘रतन टाटाजी के निधन की खबर से दुखी हूं…। उनका दूरदर्शी नेतृत्व, नैतिकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और भारत के विकास में उनका अपार योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति दिल से संवेदनाएं प्रकट करता हूं। उनकी विरासत को हमेशा याद किया जाएगा।’’

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक जताया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘टाटा संस के मानद अध्यक्ष, वरिष्ठ उद्योगपति पद्म विभूषण रतन टाटाजी के निधन की खबर सुनकर दुःखी हूं तथा शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।’’

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने टाटा के निधन पर शोक व्यक्ति करते हुए कहा उनके राज्य ने अपना सबसे बड़ा शुभचिंतक खो दिया।

उन्होंने कहा कि असम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘असम बैभव’ से सम्मानित टाटा ने राज्य के लोगों के मन-मस्तिष्क में एक विशेष स्थान बनाया।

शर्मा ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भारत की विकास की गाथा में श्री रतन टाटाजी की विरासत संवेदना, नेतृत्व कौशल और अटूट विश्वास में निहित थी। उनका जीवन उद्यम निर्माण और समाज को इससे लाभ देने से परिभाषित होता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यह एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके साथ हर बातचीत ने मुझे और अधिक परिपक्व बनाया। हाल में मैं सेमीकंडक्टर परियोजना के सिलसिले में उन्हें धन्यवाद देने और औद्योगिक आधार के रूप में असम की क्षमताओं में विश्वास जताने के लिए मुंबई में उनसे मिलने गया था।’’

शर्मा ने कहा, ‘‘उनकी सादगी और विनम्रता ऐसी चीज है जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। उनके निधन से एक बहुत बड़ा शून्य पैदा हो गया है जिसे भरा नहीं जा सकता। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं टाटा परिवार के सदस्यों और पूरे देश के साथ हैं जो एक प्रेरणादायी नेता के निधन पर शोक मना रहे हैं। ओम शांति।’’

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका योगदान उद्यमियों एवं उद्योगपतियों की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।

सावंत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘टाटा संस के मानद अध्यक्ष श्री रतन टाटा के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘रतन टाटा ने जमशेदजी नौशेरवानजी टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया और उन्होंने भारत में सबसे बड़े व्यापारिक समूह का नेतृत्व किया। उनके नेतृत्व ने समूह को वास्तव में बदल दिया, वह इसे विश्व स्तर पर ले गए।’’

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक जताया और कहा कि उनकी प्रतिबद्धता और सादगी हमेशा युवा पीढ़ी को अपनी जगह बनाने के लिए प्रेरित करेगी।

अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने देश में औद्योगिक विकास के एक नए युग की शुरुआत करने में टाटा के उत्कृष्ट योगदान को याद किया। मान ने कहा कि रतन टाटा के निधन से एक युग का अंत हो गया है।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी टाटा के निधन पर शोक जताया। सिंह ने टाटा के साथ अपनी तस्वीर भी ‘एक्स’ पर साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा, ‘‘रतन टाटा के निधन से बहुत दुखी हूं। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने ईमानदारी और विनम्रता के साथ भारत के व्यापार परिदृश्य को फिर से परिभाषित किया। करुणा, नवाचार और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण की उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।’’

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी प्रसिद्ध उद्योगपति के निधन पर दुख व्यक्त किया। बादल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिग्गज कारोबारी नेता और परोपकारी रतन टाटा के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उनके दूरदर्शी नेतृत्व, नवोन्मेष के प्रति उत्साह, उद्यमशीलता की भावना, करुणा, और सामाजिक कारणों के प्रति प्रतिबद्धता ने देश पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनके परिवार, दोस्तों और टाटा समूह के प्रति संवेदना।’’

कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी उद्योगपति के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा ‘‘उन्होंने समाज के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य किया। परोपकार के उनके गुण ने न जाने कितनों को संकट के समय में सहारा दिया। दिलों में जगह बनाने वाले टाटा को उनके जीवन पर्यन्त सराहनीय योगदान के लिए मैं सलाम करता हूं ।’’

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रतन टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक जताते हुए राज्य के विकास में उनके सहयोग को याद किया।

‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय इतिहास में एक स्थायी विरासत वाले उद्योगपति श्री रतन टाटा के निधन से बहुत दुख हुआ। केरल के विकास की दिशा में उनके अटूट समर्थन को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और टाटा समूह के प्रति हार्दिक संवेदना।’’

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा