अमरावती, 14 अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) चौधरी द्वारका तिरुमाला राव ने 2021 में युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) कार्यकर्ताओं द्वारा तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) कार्यालय और मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के आवास पर किए गए कथित हमलों से संबंधित मामलों को अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को स्थानांतरित कर दिया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सितंबर 2021 में तत्कालीन विपक्षी नेता नायडू के उंदावल्ली स्थित आवास के बाहर तेदेपा और वाईएसआरसीपी नेताओं के बीच कथित तौर पर झड़प हुई थी, जबकि अक्टूबर 2021 में मंगलगिरी मंडल में तेदेपा के केंद्रीय कार्यालय पर कथित तौर पर 100 से अधिक वाईएसआरसीपी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने धावा बोल दिया था।
मंगलगिरी उप-विभागीय पुलिस अधिकारी मुरली कृष्ण ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ डीजीपी ने करीब दो दिन पहले मामलों को सीआईडी को सौंपने का निर्णय लिया था। पुलिस अधीक्षक (एसपी) (गुंटूर) ने हमें इन दोनों मामलों का अद्यतन रिकॉर्ड तैयार रखने का निर्देश दिया है ताकि इन्हें सीआईडी को सौंपा जा सके।’’
उन्होंने कहा कि सीआईडी अधिकारियों को अभी मामले की फाइलें एकत्र करनी हैं, जबकि जिला पुलिस इस बीच अपनी जांच जारी रखेगी।
इन मामलों में वाईएसआरसीपी से जुड़े 120 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें जोगी रमेश, नंदीगाम सुरेश जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं।
बापटला के पूर्व सांसद नंदीगाम सुरेश को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि पुलिस ने अप्पीरेड्डी, रघुराम और अविनाश को सोमवार को थाने में पेश होने के लिए नए नोटिस जारी किए हैं।
पुलिस के अनुसार, रमेश, अप्पीरेड्डी और अविनाश को उच्चतम न्यायालय से गिरफ्तारी से संरक्षण प्राप्त है जहां 21 अक्टूबर को मामले की सुनवाई निर्धारित है।
मंगलगिरी डीएसपी ने कहा कि अन्य लोगों को नोटिस अलग अलग बैच में दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर अतिक्रमण, चोरी, हत्या का प्रयास, आपराधिक धमकी, आपराधिक षड्यंत्र और अन्य विभिन्न आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा यासिर नरेश
नरेश