बेस्ट से जुड़े एक संचालक के अनुबंधित कर्मियों की हड़ताल खत्म,कुछ समय बस सेवा आंशिक रूप से प्रभावित

बेस्ट से जुड़े एक संचालक के अनुबंधित कर्मियों की हड़ताल खत्म,कुछ समय बस सेवा आंशिक रूप से प्रभावित

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  • Publish Date - January 13, 2025 / 08:21 PM IST,
    Updated On - January 13, 2025 / 08:21 PM IST

मुंबई, 13 जनवरी (भाषा) ‘बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग’ (बेस्ट) द्वारा नियुक्त एक निजी संचालक के अनुबंधित कर्मचारी सोमवार सुबह यहां एक डिपो में अचानक हड़ताल पर चले गये लेकिन पुलिस हस्तक्षेप के बाद हड़ताल वापस ले ली गयी।

‘बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग’ के प्रवक्ता ने बताया कि साढ़े 12 बजे प्रदर्शनकारियों के काम पर लौटने के बाद बस सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हो गईं।

उन्होंने बताया कि यह हड़ताल निजी संचालक के कर्मचारियों और प्रतीक्षा नगर डिपो के पर्यवेक्षकों के बीच 10 जनवरी को हुए विवाद के कारण शुरू हुई।

उन्होंने बताया कि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ये कर्मचारी काम पर लौट आये।

पहले बेस्ट के जनसंपर्क अधिकारी सुदास सावंत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि ‘वेट लीज’ संचालक मातेश्वरी के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गये हैं, जिसके कारण कुछ मार्गों पर बसें नहीं चलीं।

उन्होंने यह भी कहा था कि हड़ताल प्रतीक्षा नगर डिपो तक ही सीमित है तथा अन्य बेस्ट डिपो पर बस परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है।

बेस्ट कर्मचारी संघ के नेता सुहास सामंत ने कहा था कि निजी संचालक मातेश्वरी प्रतीक्षा नगर डिपो से 110 बसें संचालित करता है और सुबह हड़ताल शुरू होने के बाद से उनमें से कोई भी बस नहीं चल रही है।

इस मामले पर टिप्पणी के लिए मातेश्वरी के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका ।

हालांकि, बाद में बेस्ट के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि धारावी डिपो के निजी ऑपरेटर के कर्मचारियों ने भी इस दौरान काम बंद कर रखा था।

पहले सूत्रों ने कहा था कि निजी संचालक के अधिकारियों द्वारा एक गर्भवती महिला संचालक के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार किये जाने के कारण हड़ताल हुई।

‘वेट लीज’ मॉडल के तहत, निजी संचालक बसों के रखरखाव और चालक के वेतन का ध्यान रखते हैं। ‘वेट लीज’ से आशय एक पट्टा व्यवस्था से है जिसके तहत एक कंपनी विमान, बस या कोई अन्य वाहन, पूरा चालक दल, रखरखाव और बीमा की सुविधा प्रदान करती है।

गौर करने वाली बात है कि रोजाना लगभग 3,000 बसों का संचालन कर 30 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करने वाली बेस्ट एक सप्ताह से अधिक समय से महाप्रबंधक के बिना काम कर रही है।

फिलहाल बृहन्मुंबई महानगरपालिका के एक अवर आयुक्त के पास महाप्रबंधक का प्रभार है।

भाषा राजकुमार संतोष

संतोष