मुंबई, 10 दिसंबर (भाषा) बेस्ट बस दुर्घटना में मारे गए सात लोगों में शामिल मुंबई निवासी कनीज अंसारी के परिवार के सदस्यों ने मंगलवार को आरोप लगाया कि जब कनीज का शव नगर निकाय द्वारा संचालित कुर्ला स्थित भाभा अस्पताल में भेजा गया, तो उसके कान की सोने की बालियां गायब थीं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब कनीज का शव पोस्टमार्टम के लिए नगर निकाय द्वारा संचालित राजावाड़ी अस्पताल ले जाया जा रहा था, तो उनसे ताबूत, दवाइयों और एम्बुलेंस का शुल्क वसूला गया।
एक रिश्तेदार ने कहा, ‘हमने एम्बुलेंस के लिए 900 रुपये दिए। हमें कोई सुविधा नहीं मिली।’
बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) उपक्रम की एक अनियंत्रित बस ने सोमवार रात कुर्ला (पश्चिम) में एसजी बारवे रोड पर पैदल यात्रियों और वाहनों को टक्कर मार दी, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और 42 अन्य घायल हो गए।
कनीज अंसारी (55) के दामाद आबिद शेख ने बताया, ‘मेरी सास अंजुम इस्लाम स्कूल के सामने स्थित देसाई अस्पताल में आया के रूप में काम करती थीं। वह आमतौर पर रात आठ बजे के आसपास अपने कार्यस्थल के लिए घर से निकलती थीं, लेकिन सोमवार को वह रात नौ बजे के आसपास निकलीं।
शेख ने बताया, ‘वह देसाई अस्पताल के बाहर खड़ी थी, तभी अचानक एक बस ने उन्हें टक्कर मार दी। वह एक वाहन और बेस्ट बस के बीच फंस गई थी। हमें उनके मोबाइल फोन से किसी ने फोन करके तुरंत भाभा अस्पताल जाने को कहा।’
उन्होंने बताया कि जब कनीज अंसारी को सरकारी अस्पताल लाया गया तो उनकी सोने की बालियां उनके कानों में थीं।
शेख ने कहा, ‘हालांकि जब हमने अस्पताल में दूसरी बार शव देखा तो उनकी बालियां गायब थीं। हमने शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ अस्पताल के डीन को भी इस बारे में बताया, लेकिन उन्होंने हमें पंचनामा (सत्यापन और मूल्यांकन कार्य) होने तक इंतजार करने को कहा।’
भाषा योगेश प्रशांत
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