पालघर, 12 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक हाईटेंशन तार पड़ोस के आवासीय भवन के गेट पर गिरने के बाद अपनी सूझबूझ से लोगों की जिंदगी बचाने वाले दो स्कूली बच्चों को सम्मानित किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
स्मित भंडारे (12) और उसकी नौ वर्षीय बहन संस्कृति की बहादुरी की खूब तारीफ हुई। बुधवार को जिलाधिकारी गोविंद बोडके और एक पुलिस अधिकारी ने भी उन्हें सम्मानित किया।
मुंबई से 100 किलोमीटर दूर पालघर शहर में 25 अगस्त को दोपहर में जब स्मित गृहकार्य करने में व्यस्त था और संस्कृति अपने घर के बाहर खेल रही थी तभी उन्होंने जोरदार आवाज सुनी।
घटना के बारे में जिले के एक अधिकारी ने बताया कि स्मित जब रुषभ अपार्टमेंट में अपने दूसरे तल के घर की बालकनी में पहुंचा तो उसने देखा कि एक हाई वोल्टेज तार टूटकर पड़ोस के वसंत विहार भवन के गेट पर गिर गया था।
स्मित ने बाद में अधिकारियों को बताया कि भारी बारिश हो रही थी और उन्हें डर था कि बिजली के तार के कारण मौत हो सकती है, क्योंकि उन्होंने विज्ञान की कक्षाओं में गुड कंडक्टर (सुचालक) और बैड कंडक्टर (कुचालक) के बारे में पढ़ा था।
अधिकारी ने बताया कि लड़के ने अपनी बालकनी से चिल्लाना शुरू कर दिया और लोगों को गेट के करीब न जाने को कहा। उसकी त्वरित सूझबूझ और सतर्कता की वजह से पड़ोसी 10 वर्षीय मोहम्मद अंसारी बिजली के करंट वाले गेट को छूने से बच गया जिससे उसकी जान बच गयी।
अधिकारी ने बताया कि स्मित के पिता ने महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) को इस खतरे की सूचना दी, जबकि स्मित और संस्कृति लोगों को गेट से दूर रहने के लिए चेतावनी देते रहे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद एमएसईडीसीएल के कर्मचारियों ने बिजली की आपूर्ति काट दी।
उन्होंने बताया कि पड़ोसियों और अन्य स्थानीय लोगों ने बच्चों की सराहना की। इसके अलावा बुधवार को एक समारोह में जिलाधिकारी और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भाई-बहनों को सम्मानित किया।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश