‘मातोश्री’ से घोषणापत्र जारी करने के लिए भाजपा ने साधा उद्धव पर निशाना

‘मातोश्री’ से घोषणापत्र जारी करने के लिए भाजपा ने साधा उद्धव पर निशाना

  •  
  • Publish Date - November 7, 2024 / 02:11 PM IST,
    Updated On - November 7, 2024 / 02:11 PM IST

मुंबई, सात नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अपने निवास स्थान से अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी करने के लिए बृहस्पतिवार को उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा और दावा किया कि शिवसेना (यूबीटी) नेता अपने परिवार पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और व्यापक समुदाय की उपेक्षा कर रहे हैं।

बावनकुले ने कहा कि एक सच्चा नेता वही है जो लोगों के दरवाजे पर उनकी सेवा करने के लिए तैयार हो, न कि कोई ऐसा जो घर के अंदर रहना पसंद करता हो।

ठाकरे ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए यहां अपने आवास ‘मातोश्री’ में पार्टी का घोषणापत्र जारी किया।

उन्होंने छात्रों के लिए मुफ्त शिक्षा, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर करने और धारावी पुनर्विकास परियोजना को खत्म करने का आश्वासन दिया।

ठाकरे ने कहा कि ज्यादातर चुनावी वादे विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाडी (एमवीए) के घोषणापत्र का हिस्सा हैं, लेकिन कुछ बिंदु हैं जिन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) वाला एमवीए गठबंधन 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र भी जारी करेगा।

बावनकुले ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान ‘ढाई साल तक घर से’ फेसबुक लाइव करने वाले उद्धव ठाकरे ने आज अपने आवास से अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी किया।

भाजपा नेता ने कहा कि परंपरागत रूप से, बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना संस्थापक) शिवसेना भवन में पार्टी मुख्यालय से पार्टी का घोषणापत्र जारी किया करते थे।

बावनकुले ने दावा किया, ‘‘ढाई साल तक वह (उद्धव) राजनीति में अपने परिवार के हितों को ध्यान में रखते हुए व्यस्त रहे और अक्सर व्यापक समुदाय को नजरअंदाज करते रहे। घर से काम करने की उनकी प्रवृत्ति में बदलाव का कोई संकेत नजर नहीं आता।’’

उन्होंने यह भी कहा कि दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने हमेशा महाराष्ट्र के हितों को प्राथमिकता दी ।

भाजपा नेता ने दावा किया, ‘‘इसके विपरीत, उद्धव ठाकरे जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी करते दिख रहे हैं और इसके बजाय अपने परिवार पर अधिक ध्यान देते रहे हैं।’’

भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र नरेश

नरेश