महाराष्ट्र चुनाव प्रचार में भाजपा विकास के बजाय विभाजनकारी एजेंडे को तरजीह दे रही : प्रतापगढ़ी

महाराष्ट्र चुनाव प्रचार में भाजपा विकास के बजाय विभाजनकारी एजेंडे को तरजीह दे रही : प्रतापगढ़ी

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  • Publish Date - November 13, 2024 / 07:08 PM IST,
    Updated On - November 13, 2024 / 07:08 PM IST

पुणे, 13 नवंबर (भाषा) कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान विभाजनकारी विमर्श गढ़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

प्रतापगढ़ी के अनुसार भाजपा नेता विकास के एजेंडे को प्राथमिकता देने के बजाय, ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और अनुच्छेद 370 को हटाने की बात कर रहे हैं, जिनका मतदाताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

कवि से नेता बने प्रतापगढ़ी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ भाजपा की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को रास नहीं आया है, जिसका नेतृत्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार कर रहे हैं।

प्रतापगढ़ी ने पुणे छावनी निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार रमेश बागवे के लिए प्रचार किया।

राज्य में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति और विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) में कड़ी टक्कर है।

प्रतापगढ़ी ने कहा, “महाराष्ट्र के लोग फॉक्सकॉन और एयरबस समेत कई परियोजनाओं को गुजरात या अन्य राज्यों में ले जाने से नाराज हैं। 23 नवंबर (जब नतीजे घोषित होंगे) के बाद एमवीए गठबंधन की सरकार बनेगी।”

प्रतापगढ़ी ने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से अपना पहला चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा की “एकतरफा” जीत की भविष्यवाणी की।

उन्होंने बुधवार को हुए विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस और सहयोगी दलों की जीत का भी विश्वास जताया।

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में उन्हें उपचुनाव की तारीखें बदलने के लिए निर्वाचन आयोग से संपर्क करना पड़ा। झारखंड में एजेंसियां ​​चुनाव मैदान में उतर गई हैं, जो चुनाव की संभावनाओं को लेकर भाजपा खेमे में घबराहट को दर्शाता है।”

प्रतापगढ़ी ने कहा कि “बुलडोजर न्याय” पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणियों ने भाजपा शासित राज्यों को आईना दिखाया है और संविधान की सर्वोच्चता पर जोर दिया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान अनुच्छेद 370 हटाने का मुद्दा उठा रही है, क्योंकि उसके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है।

उन्होंने सवाल किया, “झारखंड चुनाव में वे घुसपैठियों की बात करते हैं। यहां वे अनुच्छेद 370 की बात करते हैं, वे विकास के बारे में क्यों नहीं बोलते?”

‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे के बारे में पूछे जाने पर, प्रतापगढ़ी ने कहा कि भाजपा के सहयोगी अजित पवार भी इस तरह की बयानबाजी से खुश नहीं हैं।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री (भाजपा के) बात करते हैं कि बंटेंगे…, मंगलसूत्र छीन लिया जाएगा, भैंसें ले ली जाएंगी आदि। वे विभाजन की बात करते हैं लेकिन एमवीए विकास की बात करता है।”

उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि भाजपा ने लोगों को जाति के आधार पर बांटने के कई उदाहरण दिए हैं।

भाषा प्रशांत अविनाश

अविनाश