पुणे, 11 नवंबर (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कई राज्यों की निर्वाचित सरकारों को अपदस्थ किया है और अब 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा के लिए होने वाले मतदान महा विकास आघाडी (एमवीए)को विजयी बनाकर ‘बदला’ लेने का समय आ गया है।
गहलोत ने मुंबई में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सवाल किया कि निर्वाचन आयोग ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक हैं तो सेफ है’ जैसे नारों के मामले में भाजपा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा ने (इससे पहले) मध्यप्रदेश (ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद कमलनाथ की सरकार), कर्नाटक, गोवा (जहां कांग्रेस के विधायक सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए) में विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए सरकारें गिराई हैं। यह देश के इतिहास का एक काला अध्याय था। महाराष्ट्र में भी भाजपा ने एमवीए सरकार (उद्धव ठाकरे की) गिराई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब बदला लेने का समय है, एमवीए को जिताकर भाजपा को सबक सिखाने का समय है। महाराष्ट्र एक अग्रणी राज्य है और मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है। यह विधानसभा चुनाव भारत की दिशा और दशा तय करेगा। इस चुनाव का संदेश पूरे देश में गूंजेगा।’’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस की पांच गारंटी और एमवीए का ‘महाराष्ट्रनामा’ लोगों के हितों में है जिसमें महिलाओं के लिए 3,000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता, मुफ्त बस यात्रा, 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा और किसानों की तीन लाख रुपये तक की ऋण माफी जैसी योजनाएं शामिल हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा लोगों को गुमराह करती है और केवल दुष्प्रचार करती है लेकिन महाराष्ट्र की जनता उनके झांसे में नहीं आएगी।’’
कांग्रेस ने नेता ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा का एक मुख्यमंत्री कह रहा है कि बंटोगे तो कटोगे, जबकि प्रधानमंत्री ‘एक है तो सेफ हैं’ का नारा दे रहे हैं। इसके बावजूद निर्वाचन आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। वह सरकार के दबाव में काम कर रहा है। जिस तरह से महाराष्ट्र चुनाव की तारीख घोषित की गई, उसके पीछे एक बड़ी साजिश थी।’’
कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि महानगर में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
भाषा धीरज रंजन
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