मुंबई, 30 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि भाजपा अभी भी माहिम विधानसभा सीट पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे का समर्थन करना चाहती है।
राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना भी इस सीट पर चुनाव लड़ रही है।
फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इसका समाधान ढूंढने के प्रयास किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अपने ज्यादातर बागियों को नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करेगी। उन्होंने, हालांकि यह भी कहा कि 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में कुछ सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने माहिम से मौजूदा विधायक सदा सरवणकर को मैदान में उतारा है, जबकि महेश सावंत मुंबई में इस सीट से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार हैं।
राज ठाकरे की मनसे, महायुति का हिस्सा नहीं है, जिसमें भाजपा, शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल है, लेकिन इस वर्ष की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में इसने सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन किया था।
फडणवीस ने कहा कि भाजपा और मुख्यमंत्री शिंदे के बीच माहिम विधानसभा क्षेत्र में मनसे उम्मीदवार अमित ठाकरे, जो पहली बार चुनावी मैदान में हैं, का समर्थन करने पर एक सहमति बनी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेताओं ने तर्क दिया कि अगर पार्टी चुनाव नहीं लड़ती है, तो उसके मतदाता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) की ओर चले जाएंगे। भाजपा अमित का समर्थन करने के लिए तैयार थी और अभी भी अपने रुख पर अडिग है।’’
इस उलझन के समाधान के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, ’’जब हम (महायुति के नेता) मिलेंगे, तो हम चर्चा करेंगे और समाधान निकालने का प्रयास करेंगे।’’
फडणवीस ने यह भी कहा कि राज्य में हर प्रमुख राजनीतिक दल विधानसभा चुनावों में बागियों से मिल रही चुनौती का सामना कर रहा है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा अपने अधिकतर बागियों को नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि कुछ सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उनके करीबी सहयोगी और तत्कालीन गृहमंत्री आरआर पाटिल ने कई करोड़ रुपये के कथित सिंचाई घोटाले में उनके खिलाफ खुली जांच का आदेश देकर पीठ में छुरा घोंपा था।
पवार ने दावा किया कि जांच के आदेश से संबद्ध पाटिल की टिप्पणी का उल्लेख करने वाली एक फाइल उन्हें 2014 में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री बनने के बाद दिखाई थी।
राकांपा नेता पवार की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, ‘‘यह सच है कि अजित पवार के खिलाफ जांच उस वक्त शुरू हुई थी जब कांग्रेस और (तब अविभाजित) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सत्ता में थी। हालांकि, मैं आरआर पाटिल के फैसले पर कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि उनका निधन हो चुका है।’’
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
भाषा अमित सुभाष
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