बेस्ट बस हादसा मानवीय भूल और उचित प्रशिक्षण के अभाव के कारण हुआ: आरटीओ अधिकारी

बेस्ट बस हादसा मानवीय भूल और उचित प्रशिक्षण के अभाव के कारण हुआ: आरटीओ अधिकारी

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Modified Date: December 11, 2024 / 11:49 AM IST
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Published Date: December 11, 2024 11:49 am IST

मुंबई, 11 दिसंबर (भाषा) मुंबई के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के अधिकारियों को संदेह है कि कुर्ला में हुई बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) बस दुर्घटना ‘मानवीय भूल’ और ‘उचित प्रशिक्षण के अभाव’ के कारण हुई है।

इस दुर्घटना में बस ने सात लोगों को कुचल दिया और 42 अन्य घायल हुए।

सोमवार रात की घटना के तुरंत बाद वडाला आरटीओ की जांच टीम ने पाया कि ‘ओलेक्ट्रा’ निर्मित इलेक्ट्रिक बस के ब्रेक ठीक से काम कर रहे थे।

नगर निगम द्वारा संचालित बेस्ट उपक्रम की ई-बस ने सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे कुर्ला (पश्चिम) में एस. जी. बर्वे मार्ग पर पैदल चल रहे यात्रियों तथा वाहनों को टक्कर मार दी थी।

बाद में बस चालक संजय मोरे (54) को गिरफ्तार कर लिया गया।

चालक मोरे के परिवार ने यह दावा किया कि ब्रेक फेल होना दुर्घटना का कारण हो सकता है और उसने शराब नहीं पी थी।

मोटर वाहन निरीक्षक भरत जाधव के नेतृत्व में वडाला आरटीओ की एक टीम ने मंगलवार सुबह बेस्ट के कुर्ला डिपो में बस का निरीक्षण पूरा किया।

नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आरटीओ की टीम ने बस की जांच के दौरान पाया कि उसके ब्रेक ठीक से काम कर रहे थे। हालांकि, जांच रिपोर्ट जमा करने से पहले कुछ और चीजों की जांच करने के लिए उन्होंने ‘ओलेक्ट्रा’ और बेस्ट दोनों से कुछ विवरण मांगे हैं।

अधिकारी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि चालक को ‘क्लच’ और ‘गियर’ रहित स्वचालित ट्रांसमिशन बस को चलाने का अनुभव नहीं था तथा संभवतः उसे 12 मीटर लंबे वाहन को चलाने की अनुमति देने से पहले उचित प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर चालक को स्वचालित ट्रांसमिशन वाली बस चलाने का अनुभव नहीं है तो वह शुरुआत में गति बढ़ाने और ब्रेक लगाने का उचित निर्णय नहीं ले पाता, जिससे ऐसा लगता है कि मानवीय भूल के कारण दुर्घटना हुई होगी।’’

अधिकारी ने बताया कि आरटीओ द्वारा दुर्घटनाग्रस्त बस के किए गए निरीक्षण के दौरान ब्रेक और अन्य सभी प्रणालियां ठीक पाई गईं।

आरटीओ सूत्रों के अनुसार, इलेक्ट्रिक बस सिर्फ तीन महीने पुरानी थी। चालक को पुणे की एक अन्य एजेंसी के माध्यम से नियुक्त किया गया था।

रिकॉर्ड के अनुसार, चालक ने 29 नवंबर, 2024 को ड्यूटी ज्वाइन की थी और उसे एक दिसंबर से इलेक्ट्रिक बस चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

बेस्ट प्रशासन और चालक के परिवार ने उसके प्रशिक्षण के बारे में विरोधाभासी बयान दिए हैं।

भाषा यासिर मनीषा

मनीषा

 

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