मुंबई, चार जनवरी (भाषा) राकांपा विधायक प्रकाश सोलंके ने शनिवार को सुझाव दिया कि बीड सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए पार्टी नेता एवं मंत्री धनंजय मुंडे को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से बाहर कर देना चाहिए।
सोलंके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पहले और महायुति गठबंधन के ऐसे दूसरे नेता हैं, जिन्होंने बीड जिले से विधायक मुंडे पर निशाना साधा है। वहीं, भाजपा विधायक सुरेश धस भी बीड में हुई वारदात के लिए मुंडे का नाम लिए बिना उनकी आलोचना करते रहे हैं।
सोलंके ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पांच साल तक बीड के प्रभारी मंत्री रहने के दौरान मुंडे ने अपने करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड को सारी शक्तियां और अधिकार सौंप दिए थे, जिन्हें जबरन वसूली के एक मामले (देशमुख की हत्या के सिलसिले में) में गिरफ्तार किया गया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कराड बीड में एक ‘‘असंवैधानिक प्राधिकार’’ बन गए हैं, जहां अराजकता व्याप्त है और जबरन वसूली की जा रही है तथा असामाजिक तत्वों का बोलबाला है।
बीड जिले के माजलगांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सोलंकी ने कहा, ‘‘सरपंच की हत्या की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए मुंडे को मंत्रिमंडल से बाहर रहना चाहिए। अगर वह ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो (राकांपा) नेतृत्व को उनसे ऐसा करने के लिए कहना चाहिए। मैंने (उपमुख्यमंत्री) अजित पवार और (मुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस से बात की है, और सार्वजनिक रूप से भी ऐसा कहा है।’’
मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को 9 दिसंबर को अपहरण कर प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। वे इस क्षेत्र में पवन चक्की परियोजना संचालित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
मामले में वाल्मीक कराड को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने अब तक हत्या के मामले में नामजद सात लोगों में से छह को गिरफ्तार कर लिया है।
भाषा सुभाष दिलीप
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