मुठभेड़ में बदलापुर मामले के आरोपी की मौत : शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पुणे, ठाणे में जश्न मनाया

मुठभेड़ में बदलापुर मामले के आरोपी की मौत : शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पुणे, ठाणे में जश्न मनाया

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  • Publish Date - September 24, 2024 / 09:21 PM IST,
    Updated On - September 24, 2024 / 09:21 PM IST

पुणे, 24 सितंबर (भाषा) बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी की कथित पुलिस मुठभेड़ में मौत का जश्न मनाने के लिए शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पुणे में पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटीं।

ठाणे जिले में भी शिवसेना कार्यकर्ताओं ने इसी तरह से जश्न मनाया। बदलापुर महाराष्ट्र के ठाणे जिले के अंतर्गत आता है।

कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को बधाई भी दी।

शिवसेना की पुणे इकाई के प्रमुख प्रमोद भानगिरे ने कहा कि उन्होंने राज्य पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए पार्टी कार्यालय के बाहर पटाखे फोड़कर और पेड़े बांटकर जश्न मनाया।

भानगिरे ने कहा, “हम राज्य सरकार और महाराष्ट्र पुलिस को बधाई देते हैं। पुलिस ने जो भी कार्रवाई की, वह बेहतरीन थी।”

उन्होंने कथित मुठभेड़ पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष की आलोचना की।

भानगिरे ने कहा, “घटना की आलोचना करने और उस पर संदेह जताने के बजाय विपक्ष को पुलिस का समर्थन करना चाहिए और उनका मनोबल बढ़ाने में मदद करनी चाहिए।”

बदलापुर के एक स्कूल में किंडरगार्टन की दो छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोपी अक्षय शिंदे (24) सोमवार शाम मुंब्रा बाईपास के पास कथित मुठभेड़ में उस समय मारा गया, जब उसने अपनी पूर्व पत्नी की शिकायत के आधार पर दर्ज मामले की जांच के सिलसिले में ले जाते समय एक पुलिसकर्मी की रिवाल्वर कथित तौर पर छीन गोली चलाई।

ठाणे में सांसद नरेश म्हस्के के नेतृत्व में शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने पार्टी के दिवंगत नेता और मुख्यमंत्री शिंदे के राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के स्मारक ‘शक्ति स्थल’ का दौरा किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पटाखे भी फोड़े।

जिले के डोंबिवली इलाके में कई महिला कार्यकर्ताओं को जश्न मनाते देखा गया, जबकि कई जगहों पर एकनाथ शिंदे की तस्वीर वाले होर्डिंग लगाए गए। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पुलिस कर्मियों को मिठाइयां भी बांटीं।

बदलापुर में शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ ने पुलिस विभाग को 51,000 रुपये का चेक सौंपा।

गायकवाड़ ने कहा, “भले ही विपक्ष दावा करे कि यह फर्जी मुठभेड़ थी, हम पुलिस की कार्रवाई की सराहना करेंगे, क्योंकि इससे महिलाओं का उत्पीड़न करने वाले तत्वों को कड़ा संदेश जाएगा।”

भाषा पारुल पवनेश

पवनेश