बाबा सिद्दीकी हत्या मामला: हमलावरों ने संभवत: यूट्यूब वीडियो से बंदूक चलाना सीखा होगा

बाबा सिद्दीकी हत्या मामला: हमलावरों ने संभवत: यूट्यूब वीडियो से बंदूक चलाना सीखा होगा

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  • Publish Date - October 16, 2024 / 06:54 PM IST,
    Updated On - October 16, 2024 / 06:54 PM IST

मुंबई, 16 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों के बारे में समझा जा रहा है कि उन्होंने यहां कुर्ला इलाके में किराए के एक मकान में यूट्यूब पर वीडियो देखकर बंदूक और पिस्तौल चलाना सीखा था। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर की रात को निर्मल नगर इलाके में स्थित उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि तीन शूटर उनकी हत्या में शामिल थे।

पुलिस अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) तथा उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के अलावा हरीशकुमार बालकराम निषाद (23) और पुणे निवासी ‘‘सह-साजिशकर्ता’’ प्रवीण लोनकर शामिल हैं।

निषाद और कश्यप उसी गांव के हैं, जहां का निवासी वांछित आरोपी शिवकुमार गौतम है।

मामले में जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान पाया कि संदिग्ध हमलावर शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में विवाह समारोहों में ‘हर्ष फायरिंग’ के दौरान बंदूक चलाना सीखा था।

अधिकारी ने गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप से पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि गौतम को ‘‘मुख्य शूटर’’ के तौर पर सुपारी दी गई थी, क्योंकि वह बंदूक चलाना जानता था।

उन्होंने कहा कि कुर्ला में किराए के एक मकान में गौतम ने कश्यप और सिंह को बंदूक चलाने का प्रशिक्षण दिया था जहां उन्होंने बंदूक (गोलियों के बगैर) चलाने का अभ्यास किया।

अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब चार सप्ताह तक यूट्यूब से वीडियो देखकर बंदूक में गोली भरना और गोली निकालना सीखा क्योंकि उन्हें अभ्यास के लिए कोई खुली जगह नहीं मिल सकी थी।

हैरान करने वाली बात यह है कि कथित सह-साजिशकर्ताओं में से एक शुभम लोनकर 24 सितंबर तक पुलिस की रडार पर था। अप्रैल में यहां अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की घटना के संबंध में लोनकर से जून में पूछताछ हुई थी क्योंकि इसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संलिप्तता का संदेह था।

शुभम, प्रवीण लोनकर का भाई है और पुणे में डेयरी चलाता है।

एक अधिकारी ने बताया कि शुभम लोनकर को जनवरी में महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट थाने में दर्ज शस्त्र अधिनियम के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और इस मामले में पुलिस ने उसके पास से दस से अधिक हथियार बरामद किए गए थे।

उन्होंने बताया कि शुभम से पूछताछ में पता चला कि वह लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था।

अधिकारी ने बताया कि तब से उस पर पुलिस की नजर थी लेकिन 24 सितंबर के बाद उसका कुछ पता नहीं चल पाया।

जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी व्यक्ति एक दूसरे से संवाद के लिए ‘स्नैपचैट’ और ‘इंस्टाग्राम’ जैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करते थे।

उन्होंने बताया कि शुभम लोनकर को इन मोबाइल फोन ऐप के उपयोग के तरीके की जानकारी थी।

अधिकारी ने बताया कि निगरानी से बचने के लिए उसने (सिद्दीकी की हत्या की) साजिश में शामिल सभी सदस्यों को ‘इंस्टाग्राम’ के जरिए बात करने और ‘स्नैपचैट’ के जरिए संदेश भेजने को कहा था।

उन्होंने कहा कि ‘स्नैपचैट’ में एक सुविधा होती है जिसमें संदेश देख लिए जाने के बाद वे अपने आप ‘डिलीट’ हो जाते हैं या खत्म हो जाते हैं।

हत्या की जांच पर एक और जानकारी साझा करते हुए अधिकारी ने बताया कि जिस जगह सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या की गई, वहां से कुछ मीटर की दूरी पर एक पिस्तौल से भरा बैग मिला है जो फरार शूटर गौतम का है।

बैग में मिली पिस्तौल और आधार कार्ड गौतम के हैं।

गौतम ने शनिवार रात को फरार होते समय बैग फेंक दिया था।

अपराध शाखा के अधिकारियों ने मंगलवार को कुर्ला में उस घर का दौरा किया, जहां आरोपी व्यक्ति किराए पर रह रहे थे।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सिद्दीकी के कार्यालय और आवास की रेकी करने के लिए आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और दो हेलमेट जब्त किए हैं।

भाषा खारी वैभव

वैभव