ठाणे, 21 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र में ठाणे जिले के कल्याण इलाके में मराठी भाषा बोलने वाले पड़ोसियों पर हमला करने और उनके साथ समुदाय के आधार पर दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक सरकारी कर्मचारी को पकड़ा गया और महाराष्ट्र परिवहन विभाग के अधिकारियों ने उसकी निजी कार पर लाल बत्ती लगी होने के कारण उसे जब्त कर लिया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम के कर्मचारी अखिलेश शुक्ला (48) और कई अन्य लोगों ने मामूली कहा-सुनी के बाद अपने आवासीय परिसर में 18 दिसंबर को एक परिवार पर हमला कर दिया।
इस घटना का वीडियो वायरल हो गया और मराठी भाषा बोलने वाले लोगों का अपमान किए जाने के मुद्दे पर महाराष्ट्र विधानसभा में भी हंगामा हुआ।
उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी आशुतोष ने बताया, ‘‘शुक्ला पर बिना अनुमति के लाल बत्ती का इस्तेमाल करने के लिए 9,500 रुपये का जुर्माना लगाया गया। उनके वाहन के पास वैध बीमा या प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र भी नहीं था। वाहन पर महाराष्ट्र सरकार लिखी हुई नंबर प्लेट भी लगी थी।’’
अधिकारी ने बताया कि मोटर वाहन निरीक्षक रोहित पवार और प्रियंका तापले की आरटीओ टीम ने शुक्रवार को वाहन को जब्त कर लिया।
प्राथमिकी के अनुसार, शुक्ला ने अपनी पत्नी और अन्य लोगों के साथ मिलकर एक दंपति पर हमला किया था जिन्होंने धूपबत्ती जलाने को लेकर एक महिला के साथ हुई बहस के दौरान उन्हें शांत रहने के लिए कहा था।
अधिकारी ने बताया कि शुक्ला, उसके साथी सुमित जाधव (23) और रंगा उर्फ दर्शन बोराडे (22) को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि आठ लोगों की तलाश की जा रही है।
भाषा
प्रीति माधव
माधव