महाराष्ट्र में एमवीए के सत्ता में लौटने के लिए माहौल है अनुकूल – चेन्नीतला

महाराष्ट्र में एमवीए के सत्ता में लौटने के लिए माहौल है अनुकूल - चेन्नीतला

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  • Publish Date - September 6, 2024 / 08:14 PM IST,
    Updated On - September 6, 2024 / 08:14 PM IST

मुंबई, छह सितंबर (भाषा) कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीतला ने कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और ‘‘घोटालों में संलिप्तता’’ को लेकर शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की तथा कहा कि राज्य में अब महा विकास आघाडी (एमवीए) की सत्ता में वापसी के लिए अनुकूल माहौल है।

उन्होंने बदलाव के लिए राज्य के लोगों के तैयार होने का जिक्र करते हुए कहा कि एमवीए महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में ज्यादातर सीट पर जीत दर्ज करेगा।

महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस साल नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।

चेन्नीतला ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस विधानसभा चुनाव की तैयारियों की अभी समीक्षा कर रही है। अब तक, पार्टी ने 172 विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा की है। सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों की समीक्षा 25 सितंबर तक हो जाएगी।’’

महाराष्ट्र के लिए पार्टी के प्रभारी महासचिव ने कहा कि राज्य में माहौल एमवीए के लिए अनुकूल है और लोग बदलाव के लिए मानसिक रूप से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में दृढ़ विश्वास है कि भ्रष्ट महायुति सरकार को हटा दिया जाएगा, और एमवीए दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।

उन्होंने दावा किया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है क्योंकि हत्या, लूट और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं।

चेन्नीतला ने दावा किया, ‘‘पुणे में तीन दिन के अंदर दो हत्याएं हुई हैं…महंगाई बेकाबू हो गया है, जिससे लोगों को त्योहार मनाने में मुश्किल हो रही। लोग काफी हताश हैं, लेकिन महायुति सरकार घोटालों में व्यस्त है और धन एकत्र कर रही है।’’

पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख नाना पटोले भी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि बाढ़ ने राज्य के मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों में तबाही मचाई है, 12 लाख एकड़ में फसल को नुकसान पहुंचाया और 12 लोगों के मौत की वजह बनी।

उन्होंने कहा, ‘‘सड़कें और पुल बह गए हैं, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार महाराष्ट्र पर ध्यान नहीं दे रही है। जब तेलंगाना और आंध्र प्रदेश बाढ़ की चपेट में आए, तो दो केंद्रीय मंत्रियों को तैनात कर दिया गया तथा कृषि और वित्त मंत्रियों ने तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत की। लेकिन महाराष्ट्र में, अभी तक एक भी केंद्रीय टीम नहीं पहुंची है।’’

भाषा सुभाष दिलीप

दिलीप