मुंबई। एनसीपी नेता अजित पवार के NDA में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में जबरदस्त घमासान देखने को मिल रहा है। अजित पवार के पार्टी छोड़ने से शरद पवार को बड़ा झटका लगा है। कहा जा रहा है कि शरद पवार के लिए ये ‘दोहरी मार’ की तरह है लेकिन इसी बीच शरद पवार को एक और बड़ा झटका लग चुका है। शरद पवार की हालत इस समय ऐसी है कि एक मुश्किल जाती नहीं की दूसरी ओ जाती है। अकोला से विधायक किरण लाहमटे जो शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खेमे में दिखे थे, बाद शरद पवार के पास चले गए थे। उन्होंने फिर पलटी मारी है। बीती रात वह अजित पवार के ग्रुप में शामिल हो गए। उन्होंने वहां कुछ नये तैयार किये गये दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किये।
अजित पवार ने उन्हें अपने खेमे में लाने की जिम्मेदारी अपने भरोसेमंद कार्यकर्ता बालासाहेब जगताप को सौंपी। जगताप अकोला पहुंचे और वहां डेरा डाल दिया। लाहमटे को मनाने के लिए विभिन्न माध्यमों से उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो रहे थे। वे घर पर रुकने के बजाय अज्ञात स्थान पर चले गए। आखिरकार शनिवार की रात लहमटे घर पहुंचे। उन्हें मुंबई लाया गया। आधी रात के करीब उन्हें अजित पवार से मुलाकात के लिए लाया गया।
कोपरगांव के विधायक आशुतोष काले इस समय अपने परिवार के साथ अमेरिका में हैं। बताया जा रहा है कि उनसे अजित पवार को समर्थन का शपथ पत्र भी लिया गया है। वे एक-दो दिन में वापस आ जायेंगे। यह भी कहा गया था कि वह उस समय अजित पवार से अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे। रोहित पवार और प्राजक्त तनपुरे को छोड़कर एनसीपी के चार विधायक अजित पवार के साथ चले गए हैं।