आंध्र: निचले तबके के उत्थान के लिए सहयोग को लेकर नायडू ने की संपन्न लोगों से अपील

आंध्र: निचले तबके के उत्थान के लिए सहयोग को लेकर नायडू ने की संपन्न लोगों से अपील

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  • Publish Date - January 12, 2025 / 09:40 PM IST,
    Updated On - January 12, 2025 / 09:40 PM IST

अमरावती, 12 जनवरी (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को समाज के शीर्ष 10 प्रतिशत संपन्न तबके से सार्वजनिक निजी जन भागीदारी (पी4) मॉडल के तहत निचले तबके के 20 प्रतिशत लोगों के विकास में सहयोग देने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने मकर संक्रांति के अवसर पर सभी की तरक्की की कामनाओं के साथ यह अपील की। उन्होंने कहा कि असली उत्सव तब आता है जब सभी विकास होते हैं।

नायडू ने व्यापक समाज से खुला आग्रह करते हुए कहा, ‘‘मैं पूरे दिल से मानता हूं कि जब वित्तीय असमानताएं कम होंगी और सभी के जीवन स्तर में सुधार होगा, तभी वास्तविक खुशी फैलेगी।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले 23 वर्षों में विकसित राज्य के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 10 सिद्धांतों के साथ ‘स्वर्णआंध्र 2047’ दृष्टिकोण का अनावरण किया गया और एक भी व्यक्ति गरीब न रहे, यह इसका पहला सिद्धांत है।

उन्होंने कहा कि 90 के दशक में विभिन्न वर्गों के लोगों ने जीवन में आगे बढ़ने के लिए विकास के सार्वजनिक-निजी-भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाया, लेकिन अब भी लाखों परिवार गरीबी में जी रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आंकड़े के मुताबिक, इस दक्षिणी राज्य के गांवों एवं शहरों में कई लोग भयंकर गरीबी में जी रहे हैं और वे स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषाहार, पेयजल एवं अन्य मूलभूत जरूरतों से वंचित हैं।

नायडू ने कहा कि इस परिदृश्य को बदलने के लिए वह पी4 मॉडल का प्रस्ताव रख रहे हैं और वह समाज के सबसे संपन्न 10 प्रतिशत लोगों से निचले तबके के 20 प्रतिशत लोगों के उत्थान का आह्वान करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप संगठित तरीके से शिक्षा, आजीविका के अवसर और कौशल प्रदान करेंगे तो उनका (नीचे के 20 प्रतिशत) घर-परिवार चलता रहेगा।’’

तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख नायडू ने कहा कि समृद्ध तबके लोग जहां भी बसे हैं, वह उनसे किसी व्यक्ति, परिवार, समुदाय, गांव या क्षेत्र के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में मदद करने का आह्वान करते हैं।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा पी4 अवधारणा के लिए एक पोर्टल खोला जाएगा और एक महीने तक सुझाव लिये जायेंगे तथा अंततः कोई भी व्यक्ति गरीब न रहे, इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा।

भाषा

राजकुमार सुरेश

सुरेश