अमरावती, 19 अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को यहां राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (सीआरडीए) परियोजना का काम फिर से शुरू कर दिया।
राजधानी क्षेत्र के रायापुडी गांव में पांच साल के अंतराल के बाद काम फिर से शुरू किया गया। पूर्ववर्ती युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार ने नायडू की इस परियोजना को रोक दिया था।
बाद में, रायापुडी गांव में सीआरडीए कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरावती राजधानी शहर परियोजना की लागत पिछले पांच वर्षों में 7,000 करोड़ रुपये बढ़कर 52,000 करोड़ रुपये हो गई है।
उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 के बीच राजधानी शहर के 55 कार्यों के लिए 42,519 करोड़ रुपये की निविदाएं आमंत्रित की गई थीं, लेकिन पूर्ववर्ती वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 2019 से 2024 के बीच कथित तौर पर इसे ठंडे बस्ते में डाले जाने से लागत में 7,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हो गई।
अमरावती को ‘देवियों की राजधानी’ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में चौड़ी सड़कें, बिजली की भूमिगत लाइन और भूमिगत जल पाइपलाइन होंगी।
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख ने कहा कि केंद्र में स्थित अमरावती इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों और अन्य पर्यावरण अनुकूल सुविधाओं से लैस एक हरित ऊर्जा केंद्र के रूप में उभरेगा।
नायडू के 2024 के चुनावों के बाद दूसरी बार सत्ता में लौटने के बाद अमरावती राजधानी परियोजना को बल मिला।
एक आधिकारिक बयान में शनिवार को बताया गया कि बुधवार को सीआरडीए प्राधिकरण की बैठक में काम फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया।
भाषा सुभाष प्रशांत
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