(तस्वीरों के साथ)
नागपुर, 28 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि कुछ शक्तियां महाविद्यालय परिसरों में अराजकता पैदा करने और संवैधानिक संस्थाओं एवं उपायों में युवाओं का भरोसा कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।
वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के 53 वें विदर्भ प्रांत सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
फडणवीस ने कहा, ‘‘ कुछ शक्तियां समाज और देश में अराजकता फैलाने का काम कर रही हैं। हम देख सकते हैं कि विश्वविद्यालय परिसर अराजकता फैलाने के सबसे बड़े अड्डे बन गए हैं। विश्वविद्यालय परिसरों में अराजकता फैलाने और हमारे देश की संस्थाओं पर से विश्वास खत्म करने की कोशिशें जारी हैं।’’
उन्होंने कहा कि ये तत्व युवाओं को गुमराह कर रहे हैं और उनसे कह रहे हैं कि उन्हें देश की संस्थाओं से न्याय नहीं मिल सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं में स्वाभाविक रूप से विद्रोही मन होता है, लेकिन यहां जो बात मायने रखती है कि इस विद्रोह की दिशा क्या है।
फडणवीस ने कहा, ‘‘आज हमारे प्रयासों से माओवादी और नक्सलवादी विचारधारा खत्म हो रही है। जिन लोगों ने बंदूक उठाई थी, वे मुख्यधारा में लौट रहे हैं। लेकिन इस (माओवादी) विचारधारा को मानने वाले लोग इसे शहरों में, महाविद्यालय परिसरों में फैलाने की कोशिश कर रहे हैं तथा हमारे संविधान और संस्थाओं के खिलाफ विद्रोही पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
उन्होंने अभाविप कार्यकर्ताओं से संसद, प्रशासन, न्यायपालिका और अन्य संवैधानिक संस्थाओं में लोगों का विश्वास मजबूत करने की दिशा में काम करने का आह्वान किया।
फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रवादी ताकतों को अराजकतावादी तत्वों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति छात्रों में भारतीय मूल्यों को स्थापित करती है, जबकि ब्रिटिश शिक्षा प्रणाली का उद्देश्य भारतीयों को गुलाम बनाना था।
भाषा राजकुमार माधव
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