पुणे, सात नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा और राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार के खिलाफ सत्ताधारी महायुति के विधान पार्षद (एमएलसी) सदाभाऊ खोत द्वारा की गई आलोचनात्मक टिप्पणी की निंदा की और कहा कि ऐसी टिप्पणियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इस टिप्पणी से विवाद पैदा होने के बाद रैयत क्रांति संगठन के संस्थापक और राज्य में सत्तारूढ़ महायुति के सहयोगी सदाभाऊ खोत ने बृहस्पतिवार को एक वीडियो संदेश में माफी मांगी और कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो वह इसे वापस लेते हैं।
बुधवार को सांगली जिले के जाठ में एक सार्वजनिक रैली के दौरान खोत ने वरिष्ठ नेता पवार की स्वास्थ्य स्थिति पर टिप्पणी की, जिसकी राकांपा के दोनों गुटों की ओर से आलोचना हुई।
इस रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे।
खोत की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए अजित पवार ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि टिप्पणी निंदनीय और अनुचित हैं तथा इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अजित पवार शरद पवार के भतीजे हैं और पिछले साल उनसे अलग हो कर वह एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना तथा भाजपा की सरकार में शामिल हो गए।
बृहस्पतिवार को पुणे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अजित पवार ने कहा, ‘उन्होंने (खोत ने) जो कुछ भी कहा वह अत्यंत निंदनीय है और इसका अर्थ है ‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’ (जब किसी व्यक्ति का विनाश निकट होता है तो वह विपरीत सोचता है)।’
उन्होंने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण ने दिखाया था कि राजनीतिक जीवन में किस तरह से व्यवहार करना चाहिए, राजनीति में प्रतिद्वंद्वियों के बारे में बोलते समय कैसे सीमा पार नहीं करनी चाहिए। इस परंपरा को बाद में अन्य मुख्यमंत्रियों ने भी आगे बढ़ाया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘खोत द्वारा की गई टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है और मैं पहले ही इसकी निंदा कर चुका हूं।’
अजित पवार ने यह भी कहा कि उन्होंने खोत से फोन पर बात की और उनके बयान पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि पवार साहब के बारे में आपकी टिप्पणी किसी को पसंद नहीं आई। मैंने उनसे कहा कि किसी के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी करना हमारा तरीका नहीं है। मैंने उनसे यह भी कहा कि पवार साहब या किसी भी नेता के खिलाफ ऐसा नहीं होना चाहिए, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो।’
अजित पवार ने कहा कि राजनेताओं के बीच मतभेद होते हैं, लेकिन उन्हें व्यक्त करते समय संतुलन बनाए रखना चाहिए।
राकांपा नेता ने कहा कि खोत ने सुनिश्चित किया है कि ऐसी चीजें दोबारा नहीं होंगी।
खोत ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्होंने किसी की शारीरिक स्थिति के बारे में जानबूझकर नहीं कहा।
उन्होंने कहा, ‘यह ग्रामीण क्षेत्रों में आम बोलचाल की भाषा है और कुछ लोगों ने मेरी टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला है। लेकिन अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं और माफी मांगता हूं।’
भाषा
योगेश मनीषा
मनीषा