मुंबई, 21 जनवरी (भाषा) अभिनेता सैफ अली खान को मंगलवार शाम यहां स्थित लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई। पांच दिन पहले उनके घर में कथित लूटपाट के प्रयास के दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें चाकू मारकर घायल कर दिया था।
सफेद शर्ट, नीली जींस और काला चश्मा पहने 54 वर्षीय अभिनेता अस्पताल से बाहर निकलते समय मीडिया और प्रशंसकों की ओर हाथ हिलाते दिखे।
सैफ के हाथ में ‘कास्ट’ लगा था। वह उनके इंतजार में खड़े काले वाहन की ओर सुरक्षाकर्मियों के साथ तेजी से बढ़े।
उनकी पत्नी एवं अभिनेत्री करीना कपूर खान को भी सैफ को छुट्टी मिलने से कुछ देर पहले अस्पताल में देखा गया।
खान लीलावती अस्पताल से कुछ ही दूरी पर बांद्रा स्थित अपने ‘सतगुरु शरण’ आवास पहुंचे।
सोलह जनवरी की रात 12वीं मंजिल पर स्थित उनके घर में 54 वर्षीय खान पर एक घुसपैठिए ने चाकू से हमला किया था। हमलावर ने उन पर कई बार चाकू से वार किया। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी आपातकालीन सर्जरी की गई और चिकित्सकों ने उनकी रीढ़ में फंसा चाकू का टुकड़ा सफलतापूर्वक बाहर निकाल दिया था।
चिकित्सकों ने पूर्व में कहा था कि खान को हाथ पर दो जगह तथा गर्दन की दाहिनी ओर चोट लगी और उनकी पीठ में लगी चोट गंभीर थी।
अस्पताल में रहने के दौरान खान को न्यूरोसर्जरी और प्लास्टिक सर्जरी जैसी दो महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा।
खान को सर्जरी के बाद 17 जनवरी को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) से एक विशेष कमरे में स्थानांतरित कर दिया गया था।
पुलिस ने रविवार को अभिनेता पर हमले के आरोप में ठाणे से बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर (30) को गिरफ्तार किया था।
अधिकारियों के अनुसार, फकीर ने पुलिस को बताया है कि उसने खुद को सैफ की पकड़ से छुड़ाने के लिए अभिनेता की पीठ पर कई बार वार किया।
उन्होंने बताया कि हमले के बाद हमलावर खान के फ्लैट से भाग गया और करीब दो घंटे तक इमारत के बगीचे में छिपा रहा।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘आरोपी चोरी के इरादे से बाथरूम की खिड़की से अभिनेता के फ्लैट में दाखिल हुआ था। घर में घुसने के बाद अभिनेता के स्टाफ ने उसे देख लिया और झगड़ा होने लगा। कुछ ही देर में सैफ अली खान वहां आ गए और खतरे को भांपते हुए उन्होंने आरोपी को सामने से कसकर पकड़ लिया।’’
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने खुद को अभिनेता की पकड़ से छुड़ाने के लिए उनकी पीठ में चाकू मारना शुरू कर दिया। अभिनेता के घायल होने से हमलवार उनकी पकड़ से छूटने में कामयाब रहा।
अधिकारियों ने कहा कि बाद में खान ने यह सोचकर अपने फ्लैट का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया कि हमलावर अभी भी अंदर है। उन्होंने कहा कि हालांकि, आरोपी उसी रास्ते से भागने में कामयाब रहा, जिससे वह अंदर घुसा था।
पुलिस ने पूर्व में कहा था कि अपराध स्थल पर उस जगह आरोपी की उंगलियों के निशान पाए गए, जहां से वह घुसा और जहां से वह बाहर भागा।
अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश के झालोकाथी जिले का मूल निवासी फकीर पांच महीने से अधिक समय से मुंबई में रह रहा था और वह छोटे-मोटे काम करता था तथा एक हाउसकीपिंग एजेंसी से भी जुड़ा हुआ था।
मुंबई की एक अदालत ने रविवार को आरोपी को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अधिकारियों ने कहा कि मुंबई पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी के साथ अपराध स्थल पर घटना का नाट्य रूपांतरण किया।
उन्होंने कहा कि 20 अधिकारियों की एक टीम सुबह करीब 5.30 बजे चार वाहनों में सतगुरु शरण भवन पहुंची और एक घंटे तक परिसर में रही।
पुलिस टीम आरोपी के साथ सामने वाले गेट से इमारत में दाखिल हुई और उसे बांद्रा रेलवे स्टेशन भी ले गई, जहां से उसने दादर के लिए ट्रेन पकड़ी थी। पुलिस उसे एक बगीचे के बाहर भी ले गई, जहां वह हमले के बाद सोया था।
भाषा
नेत्रपाल दिलीप
दिलीप