मुंबई, 23 जनवरी (भाषा) शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने बृहस्पतिवार को देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के दौरान जिन 29 कंपनियों के साथ निवेश समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये हैं उनमें से केवल एक कंपनी भारत से बाहर की है।
डब्ल्यूईएफ की वार्षिक पांच दिवसीय बैठक 20 जनवरी से स्विट्जरलैंड के दावोस में शुरू हुई। मुख्यमंत्री फडणवीस राज्य प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में भाग ले रहे हैं।
ठाकरे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस की दावोस यात्रा उनके कार्यालय द्वारा ‘‘पूरी तरह से गलत तरीके से’’ आयोजित की गई प्रतीत होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘29 कंपनियों के साथ प्रस्तावित निवेश के लिए हस्ताक्षरित एमओयू में से केवल एक कंपनी भारत से बाहर की है। बाकी सभी भारतीय हैं या उनके मुख्यालय/कार्यालय भारत में हैं।’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘29 कंपनियों में से 20 महाराष्ट्र में स्थित हैं, जिनमें से 15 मुंबई में हैं।’’
राज्य सरकार ने कहा है कि बुधवार तक दावोस में 15.70 लाख करोड़ रुपये के निवेश के 54 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, जो शहरी विकास विभाग भी संभालते हैं, पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा कि यह देखना हास्यास्पद है कि पूरा विभाग और उस मंत्रालय के अधिकारी दावोस में प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जबकि मंत्री को ही उनकी ही पार्टी के ‘‘एक अन्य मंत्री (उद्योग मंत्री उदय सामंत) के बदले’’ प्रतिनिधिमंडल से हटा दिया गया।
उन्होंने कहा कि दावोस किसी देश के लिए वैश्विक संबंध बनाने की खातिर सबसे अद्भुत स्थान है, जहां कई प्रतिभाशाली व्यक्ति और संगठन एक साथ आते हैं।
ठाकरे ने कहा कि वास्तव में सवाल यह है कि इन सभी 28 कंपनियों को दावोस में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहने का क्या मतलब है, जबकि मुख्यमंत्री दावोस में बिताए समय का अन्य गणमान्य व्यक्तियों, कंपनियों, उद्यमियों के साथ संबंधों के लिए बेहतर उपयोग कर सकते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री से विनम्रतापूर्वक आग्रह करता हूं कि वे सभी महत्वपूर्ण एमओयू पर महाराष्ट्र में ही हस्ताक्षर करें तथा विश्व भर को आमंत्रित करें, न कि वहां हस्ताक्षर कर विश्व से मिलें।’’
भाषा देवेंद्र अविनाश
अविनाश
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