ठाणे/पालघर, 26 नवंबर (भाषा) मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों के दौरान आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए पुलिस निरीक्षक विजय सालस्कर की पत्नी ने मंगलवार को महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक शहीद स्मारक का उद्घाटन किया और उस दुखद दिन को मार्मिक ढंग से याद किया, जब उन्होंने अपने पति को खो दिया था।
आतंकवादी हमले की बरसी पर, स्मिता सालस्कर ने पालघर जिले के वसई तालुका के अंतर्गत उसगांव में 26/11 के शहीदों और फर्ज निभाते हुए जान गंवाने वाले अन्य सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाए गए ‘अमर शहीद ज्योत’ का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर स्मिता सालस्कर ने उस दुखद दिन के बारे में बताया जब उन्होंने अपने पति को खोया था और उनकी बहादुरी को याद किया।
उन्होंने दर्शकों से कहा, “हर साल 26/11 को मैं उस दुखद दिन को याद करके बहुत दुखी हो जाती हूं। विजय ने देश के लिए अपनी जान दे दी और उनकी बहादुरी के लिए उन्हें अशोक चक्र (भारत का सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार) से सम्मानित किया गया। हालांकि, उनकी मृत्यु मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।”
समारोह में पालघर जिला कलेक्टर गोविंद बोडके, नगर आयुक्त अनिल पवार और पुलिस उपायुक्त जयंत बजबले सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी।
शहीदों को श्रद्धांजलि देने के अलावा इस कार्यक्रम में संविधान को अंगीकार करने की 75वीं वर्षगांठ भी मनाई गई। इस अवसर पर संविधान के माध्यम से नागरिकों को दिए गए अधिकारों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक बैलगाड़ी के मॉडल का अनावरण भी किया गया।
भाषा
नोमान संतोष
संतोष